Bribe: फर्स्ट अटेम्प्ट में अधिकारी बनीं मिताली ने भुलाई ईमानदारी की शपथ, फर्स्ट पोस्टिंग में घूस लेते अरेस्ट

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रांची: देश के कई इलाकों से अधिकारियों के रिश्वत (Bribe) लेने की खबरे आती रहती हैं. कभी वीडियो वायरल होते हैं तो कभी कई सवाल खड़े होते हैं. लेकिन, आज जो खबर लेकर हम आए हैं वो थोड़ी अजीब ही है. दरअसल, झारखंड में मिताली शर्मा (Mitali Sharma) का नाम काफी चर्चा में है. इसके पीछे कारण है कि उन्होंने महज 21 साल की उम्र में ही जेपीएससी एग्जाम (Jharkhand Public Service Commission) पास कर की. इतना ही नहीं उन्होंने 108वीं रैंक पाकर परिवार का नाम रौशन भी किया. लेकिन, अब उनका एक ऐसा कारनामा सामने आया है कि अब परिवार भी मुंह छिपाए घूम रहा है. आइए आपको पूरा मामला बताते हैं.

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समझिए पूरा मामला
21 साल की उम्र में जेपीएससी एग्जाम (Jharkhand Public Service Commission) को पास कर मिताली शर्मा अधिकरी बनीं. पहली पोस्टिंग उनकी कोडरमा में हुई. पहली ही पोस्टिंग के दौरान 10,000 रुपये घूस लेते हुए एसीबी की टीम ने उनको गिरफ्तार भी कर लिया. मिताली शर्मा राज्य के हजारीबाग के बड़ा बाजार की रहने वाली हैं. उन्होंने स्नातक की परीक्षा पास करने के साथ ही पहले प्रयास में ही ये परीक्षा पास कर ली. लेकिन, लोगों का कहना है कि जिस बेटी ने दिल लगाकर मेहनत की और इतनी बड़ी परीक्षा पास की हो. वो पहली ही पोस्टिंग में ऐसा कांड कैसे कर सकती है. किसी को विश्वास नहीं हो रहा है.

कहां पर हैं पोस्टेड
जानकारी हो कि मिताली शर्मा एक मध्यवर्गीय परिवार की बेटी हैं. मिताली के पिता का नाम मुकेश शर्मा है. महिला अधिकारी शर्मा की पहली पोस्टिंग कोडरमा जिले में हुई थी. यहां पर वो सहायक निबंधक के पद पर कार्यरत थीं. उनके ऑफिस से ही उन्हें भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो हजारीबाग की टीम ने 10,000 घूस लेते पकड़ा और गिरफ्तार किया.

कैसे हुई गिरफ्तारी
मिताली शर्मा के खिलाफ कोडरमा व्यापार मंडल सहयोग समिति के सदस्य रामेश्वर प्रसाद यादव ने शिकायत की थी. जिसके बाद एसीबी की टीम ने उनको रंगे हाथ पकड़ा और गिरफ्तार कर हजारीबाग लेकर गई. जहां उनसे पूछताछ की जा रही है. शिकायतकर्ता रामेश्वर यादव की माने तो सहायक निबंधक मिताली शर्मा ने कोडरमा व्यापार मंडल का निरीक्षण किया था, जहां पर उनको कुछ खामियां मिली थी. जिसके बाद उन्होंने वहां पर मौजूद सदस्यों से स्पष्टीकरण मांगा था. शिकायकर्ता रामेश्वर प्रसाद यादव ने बताया कि मिताली शर्मा ने स्पष्टीकरण देने से बचाने के नाम पर 20,000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी. जिसके बाद अफसर के खिलाफ शिकायत की गई और एसीबी की टीम ने उन्हें गिरफ्तार किया.

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