UP News: आपने यह गाना तो सुना ही होगा, कि “कब के बिछड़े हुए हम आज कहाँ आ के मिले” यानी जो बिछड़ जाता है वही एक दिन मिलता भी है. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि बलिया से एक ऐसा ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जहां जिला अस्पताल के बाहर एक पत्नी को 10 साल पहले लापता हुआ पति अचानक मिल गया.
जानिए मामला
दरअसल, बलिया जिला चिकित्सालय के इमरजेंसी के सामने पत्नी को एक विक्षिप्त अवस्था में व्यस्त दिखाई दिया पत्नी ने जब गौर से उसका चेहरा देखा तो उसे अपने पति की झलक दिखाई दी पत्नी के खुशी का ठिकाना ना रहा, लेकिन पति की हालत देखकर उसके आंखों से आंसू छलक पड़े पत्नी ने बच्चों की तरह अपने पति को दुलार किया और खून से अपने बच्चों को इसकी सूचना दी. इस दौरान जिला अस्पताल के बाहर जितने भी लोग खड़े थे. बिछड़ने और मिलने की इस घटना को देखकर द्रवित हो गए.
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बलिया जनपद के शहर कोतवाली क्षेत्र अन्तर्गत देवकली निवासी 45 वर्षीय मोतीचंद वर्मा की शादी जानकी देवी से 21 वर्ष पहले हुई थी. दोनों के तीन बेटे भी हुए. मानसिक स्थिति बिगड़ी और मोती चंद्र वर्मा घर से बाहर निकल गए. पत्नी ने रिश्तेदारों के सहयोग से काफी खोजबीन की, लेकिन कहीं पता नहीं चला. तीनों बेटों को साथ लेकर किसी तरह जीवन यापन करती रही. दूर-दूर तक खोजबीन की सोखा तांत्रिक के तमाम दावे पर विश्वास कर पैसा रूपया भी खर्च किया, लेकिन कुछ पता नहीं चला.
अचानक 10 वर्ष के बाद जिला अस्पताल बलिया में अपने बेटे का इलाज करने आ रही थी. तो रास्ते मे जख्मी रूप से फटे पुराने कपड़े पहने बड़ी दाढ़ी वाले एक व्यक्ति पर नजर गई, तो उसने अपने पति को पहचान लिया और रोते बिलखते अपने पति को कभी गले लगाती तो कभी ईश्वर को याद करती रही.10 वर्षों के बाद पति-पत्नी का मिलन हर किसी के दिल को छू गया. इस दृश्य को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ गई. इस स्थिति का अनुभव हर किसी के आंखों को ओझल कर गया.