World Cup 2023: वर्ल्ड कप शुरू होने में बस दो महीने बचे हैं, लेकिन भारत अभी भी अपने सर्वश्रेष्ठ 15 खिलाड़ियों को ढूंढ़ने में असर्मथ है. इस बीच भारत में सुपर 15 में एक ऐसे प्लेयर को चुनने पर बहस हो रही है, जिसने पिछले 18 महीनों से वनडे मैच नहीं खेला है. आइए आपको बताते हैं कि आखिर ये खिलाड़ी कौन है…
आपको बता दें कि सूपर 15 प्लेयर्स में ऑफ स्पिनर 36 साल के रविचंद्रन अश्विन को टीम में शामिल करने की चर्चा की जा रही है. अश्विन के अनुभव और बहुमुखी प्रतिभा के कारण वर्ल्ड कप में अश्विन को टीम में शामिल करने की चर्चा की जा रही है.
क्यों चुने जा सकते हैं अश्विन
अनुभव की बात करें तो अश्विन के पास सालों का अनुभव है. वनडे अनुभवी अश्विन की सबसे खास बात यह है की वनडे मैच के किसी भी चरण में गेंदबाजी कर सकते हैं. इसके साथ ही अश्विन निचले क्रम में एक उपयोगी बल्लेबाज भी हैं. बता दें कि चयनकर्ताओं के बीच अश्विन के नाम पर चर्चा इसलिए हो रही है, क्योंकि वह भारतीय टीम की स्पिन विभाग में विविधता चाहते हैं. अभी भारत के पास चार बेहतरीन स्पिन विकल्प हैं, जिनमें रवींद्र जडेजा (बाएं हाथ के स्पिनर), अक्षर पटेल (बाएं हाथ के स्पिनर), कुलदीप यादव (बाएं हाथ के लेग स्पिनर) और युजवेंद्र चहल (दाएं हाथ के लेग स्पिनर) शामिल हैं, लेकिन जडेजा और अक्षर दोनों बाएं हाथ के स्पिनर हैं, ऐसे में अश्विन अपनी ऑफ-स्पिन के कारण टीम में आसानी से चुने जा सकते हैं.
बाहर हो सकते हैं अक्षर
अश्विन के चुने जाने से अक्षर को टीम से बाहर किया जा सकता है. अन्य स्पिनरों के मुकाबले अश्विन बहुत ही अनुभवी और चालाक स्पिनर हैं और डेथ ओवरों के दौरान भी गेंद को स्पिन करा सकते हैं. अश्विन के पास घरेलु पिचों पर खेलने का खास अनुभव है. ऐसे में धर्मशाला, चेन्नई, अहमदाबाद, लखनऊ, मुंबई और कोलकाता की पिच स्पिन-अनुकूल परिस्थितियों में हैं. इसलिए अश्विन इन परिस्थितियों का फायदा आसानी से उठा सकते हैं.
क्या है खासियत
इस बार टी-20 मैच में हुई गलती भारत फिर से नहीं दोहराना चाहेगा. वेस्टइंडीज के खिलाफ हुए टी-20 मैच के दौरान भारत को ऐसे खिलाड़ी की जरुरत थी, जो आठवें नंबर पर गेंदबाजी और बल्लेबाजी कर सकता हो, लेकिन चहल और कुलदीप दोनों बल्लेबाजी में नाकाम रहे. ऐसे में चयनकर्ता टीम चयन के दौरान अश्विन को तुल दे सकते हैं.
तेज गेंदबाजों से करना होगा समझौता
अश्विन ने अभी तक कुल 113 वनडे मैच खेलें हैं. बता दें की अश्विन ने इससे पहले वनडे, 2022 में साउथ अफ्रीका दौरे के दौरान खेला था. चयनकर्ता अगर टीम में चार स्पिनरों को चुनने का फैसला करता है, तो भारत को तेज गेंदबाजी विकल्पों के साथ समझौता करना पड़ेगा.
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