Teachers Strike: यूपी में आम तौर पर मौसम खराब होने शीतलहर, बरसात या प्रचंड गर्मी में जिला प्रशासन के आदेश पर स्कूल बंद करने का फरमान आता है. पर क्या हो जब सब कुछ ठीक हो और स्कूल बंद हों. ऐसा इसलिए क्योंकि यूपी के लगभग सभी प्राइवेट स्कूल आज बंद हैं. दरअसल, इसका आजमगढ़ कि घटना से क्या संबंध हैं. APS एसोसिएशन अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने बताया कि यह फैसला आजमगढ़ में चिल्ड्रेन गर्ल्स स्कूल के प्रिंसिपल और टीचर की जमानत अर्जी खारिज होने के बाद लिया गया है. आइए बताते हैं पूरा मामला.
दरअसल, आजमगढ़ में चिल्ड्रेन गर्ल्स स्कूल में पढ़ने वाली छात्रा श्रेया तिवारी 31 जुलाई को स्कूल की छत से कूद कर आत्महत्या कर ली थी. श्रेया के परिजनों ने स्कूल की प्रिंसिपल और क्लास टीचर पर श्रेया की मौत का आरोप लगाया. इस वक्त प्रिंसिपल और टीचर दोनों जेल में हैं.
बच्चों को मोबाइल फोन देना गलत
APS एसोसिएशन अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा, “स्कूल बंद रहेंगे लेकिन शिक्षक स्कूल पहुंचेंगे और छात्रा की मौत पर शोक सभा के बाद काली पट्टी बांधकर विरोध करेंगे. स्कूल के टीचर को धारा 306 के तहत जेल भेजना सही नहीं है. प्रशासन की तरफ से जो कार्रवाई की गई है वो भी ठीक नहीं है. मां और बाप ही बच्चों को मोबाइल फोन देते हैं और उसका दुरुपयोग होता है. हालत तो यह है कि बात बात में अब पैरेंट्स स्कूल और शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर की धमकी भी देते हैं. हमारी सिर्फ एक ही मांग है कि पूरे घटनाक्रम की जांच और जो दोषी हो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए. यही नहीं स्कूल प्रिंसिपल और टीचर को रिहा किया जाए.”
स्कूल ने किया साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़
साक्ष्यों के आधार पर गिरफ्तारी अनुराग आर्य ने कहा, “साक्ष्यों के बाद ही कार्रवाई की गई है. स्कूल के सीसीटीवी फुटेज में छात्रा, प्रिंसिपल के कमरे में 30 मिनट खड़ी दिखाई दे रही है उसके बाद वो 30 मिनट उनके कमरे के बाहर खड़ी है और बाद में स्कूल की छत से छात्रा कूद जाती है. स्कूल प्रशासन ने साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ की है. खून के धब्बों को धो दिया गया. इसकी वजह से स्कूल की मंशा पर शक होता है. गिरफ्तारी के पीछे यही आधार है, विधिसम्मत तरीके से कार्रवाई की जा रही है.”
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