Chandrayan-3 Mission: भारत का चंद्रयान-3 मिशन 23 अगस्त को इतिहास रचने में सफल हो गया है. पूरी दुनिया की नजर चंद्रयान-3 की लैंडिंग पर टिकी थी. हर भारतीय के लिए कल गौरव का दिन था. अब लोग भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो के आने वाले सबसे अहम मिशन गगनयान और सूर्य मिशन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. आने वाले समय में इसरो और नासा साथ मिलकर एक मिशन को पूरा करेंगे. कोरोना काल के कारण कुछ मिशन में देरी हो गई, जिन्हें अगले साल तक लॉन्च करने की तैयारी है. इसरो अपना कुछ मिशन अगले साल तो कुछ को 2031 में लॉन्च करेगा. आइए जानते हैं कि इसरो का अब अगला प्लान क्या है और आने वाले कौन-कौन से मिशन हैं.
चंद्रयान-3 मिशन के बाद इसरो अब सूर्य के लिए एक मिशन आने वाले सितंबर में लॉन्च कर सकता है. इस मिशन को आदित्य-एल1 नाम दिया गया है. इसरो के मुताबिक, ‘अंतरिक्ष यान को सूर्य-पृथ्वी प्रणाली के लैंग्रेज बिंदु 1 (एल1) के चारों तरफ एक प्रभामंडल कक्षा में रखा जाएगा, जो पृथ्वी से लगभग 1.5 मिलियन किलोमीटर दूर है. आदित्य-एल1 मिशन की लागत 378 करोड़ रुपये है’.
इसरो और नासा के बीच समझौता
आपको बता दे कि इसरो और नासा ने एक मिशन को साथ पूरा करने का फैसला किया है, जसके तहत अर्थ ऑबजर्वेशन सैटेलाइट को स्थापित किया जाएगा और इसको अगले साल लांच किया जा सकता है. नासा और इसरो के नाम को मिलाकर इस सैटेलाइट का नाम NISAR होगा, जिसका फुल फॉर्म नासा-इसरो सिंथेटिक एपर्चर रडार है. इस सैटेलाइट का उपयोग पृथ्वी की सतह में होने वाली गतिविधियों को मापने के लिए किया जाएगा. निसार उपग्रह, उन्नत रडार इमेजिंग का उपयोग करके पृथ्वी के अभूतपूर्व विस्तृत दृश्यों का चित्रण करेगा.
इसरो के आगामी मिशन और उस पर आने वाले खर्च
लॉन्चिंग साल-2023 : सूर्य मिशन (आदित्य-एल1), 2023, 378 करोड़ रुपये लागत
लॉन्चिंग साल-2023 : मॉस आर्बिटर मिशन-2, लागत- अभी तय नहीं हुई है
लॉन्चिंग साल-2023 : मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन
लॉन्चिंग साल-2023 : स्पैडेक्स मिशन, लागत- 124 करोड़
लॉन्चिंग साल-2024 : मिशन गगनयान, लागत-9,023 करोड़ रुपए
लॉन्चिंग साल-2031 : शुक्रयान-1 मिशन, लागत-500 से 1000 करोड़
यह भी पढ़ें-