Scheme for Youth: देश में बेरोजगारी एक गंभीर समस्या है. देश भर में बेरोजगारी को लेकर तमाम सवाल किए जाते हैं. ऐसे में केंद्र से लेकर कई राज्य सरकार तमाम प्रकार के महत्वपूर्ण अभियान चलाती हैं. कुछ राज्यों में सरकार बेरोजगारों को खर्च चलाने के लिए कुछ हजार रुपए देती हैं, तो वहीं कई राज्य सरकार युवा अपना खुद का धंधा खोल सके इसके लिए कुछ धनराशि लोन के तौर पर देती है. इस बीच असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा ने एक योजना की शुरुआत की है, जिससे प्रदेश के युवा स्व-रोजगार के माध्यम से विकास को बढ़ावा दे सकेंगे.
असम के मुख्यमंत्री ने गुवाहाटी में आयोजित एक कार्यक्रम में ‘मुख्यमंत्री आत्मनिर्भर असम अभिजन 2023’ का शुभारंभ किया. इस योजना के लिए अप्लाई करने के लिए एक पोर्टल की भी शुरुआत की गई है.
दो लाख लोगों की होगी मदद
इस योजना के शुभारंभ के दौरान सीएम हिमंत बिस्वा शर्मा ने कहा कि इस योजना के तहत मजबूत एंटरप्रेन्योरशिप इकोसिस्टम बनाने के लिए दो लाख युवाओं को वित्तीय सहायता दी जाएगी. आपको बता दें कि शनिवार को आयोजित इस कार्यक्रम के शुभारंभ में उन्होंने कहा कि यह योजना स्व-रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए बनाई गई है, जिससे युवाओं को राज्य के विकास को बढ़ावा देने में सक्षम बनाया जाएगा. इसमें ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने की क्षमता है.
युवाओं को मिलेंगे 5 लाख
राज्य सरकार ने इस योजना के लिए एक श्रेणी तैयार की है. सीएम बिस्वा ने कहा कि इंजिनियरिंग, चिकित्सा, मत्स्य पालन और कृषि, पशुपालन के क्षेत्रों में डिग्री धारक बेरोजगारों को वरीयता में रखा जाएगा और इन लोगों को 5 लाख रुपये दिए जाएंगे. इसी के साथ जो लोगों ने पोस्ट ग्रेजुएट, सामान्य सान्नातक, आटीआई, पॉलिटेक्निक की डिग्री रखने वालों को दूसरे श्रेणी में रखा जाएगा. इसी के साथ उनकी 2 लाख रुपयों से मदद की जाएगी.
कैसे वापस कर पाएंगे धनराशि
असम के सीएम हेमंत बिसवा ने बताया कि जो लाभार्थी पहली श्रेणी के हैं उन्हें 5 लाख में से 2.5 लाख रुपए बिना ब्याज के लौटाने हैं. वहीं, जो दूसरी श्रेणी के हैं उनके संपूर्ण धनराशि का 1 लाख रुपया बिना व्याज के लौटाना है. बाकी के पैसे सरकार सब्सिडी के तौर पर देगी. सीएम ने कहा कि एक परिवार से एक सदस्य ही इस योजना का लाभ उठा सकता है और आवेदक को रोजगार कार्यालय में पंजीकरण कराना होगा.
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