Lucknow News: छठ पूजा कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाई जाती है. इस साल छठ का महा पर्व 19 नवंबर को मनाया जाएगा. ऐसे में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इसको लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. आज छठ महापर्व की तैयारियों को लेकर लखनऊ के जिला अधिकारी सूर्य पाल गंगवार ने छठ पूजा की तैयारियों की समीक्षा की. इस दौरान अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रभुनाथ राय उपस्थित रहे. तैयारियों की समीक्षा करने के साथ जिलाधिकारी ने सभी विभागों को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए. बता दें कि 19 एवं 20 नवम्बर 2023 को छठ का महापर्व मनाया जाएगा.
अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रभुनाथ राय ने कहा कि राजधानी लखनऊ में लगभग 110 जगह पर बड़ी संख्या में छठ पर्व को मनाया जाता है. उन्होंने कहा कि लखनऊ में लगभग 18 लाख लोग इस वर्ष छठ पूजा करेंगे. कई छठ पूजा स्थानों पर पानी की व्यवस्था नहीं है, वहां पर लोग अपने घरों में या अगल-बगल के पार्कों में गड्ढा खोदकर उसमें पानी डालकर छठ पूजा करते हैं.
उन्होंने कहा कि विगत वर्ष 2022 में सूबे सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया था, कि छठ पूजा की भव्य तैयारी की जाए. सरकारी स्तर पर जितनी भी सुविधा मुहैया कराई जा सकती है वो उपलब्ध कराई जाए. पूजा स्थलों पर समुचित लाइट्स, साउंड और साफ- सफाई का इंतजाम किया जाए. सभी आवश्यक जगहों पर पर्याप्त पुलिस बल की व्यवस्था कर सुरक्षा के इंतजाम किए जाएं.
आपको बता दें कि आज अखिल भारतीय भोजपुरी समाज ने लखनऊ के जिलाधिकारी से मिलकर सभी समस्याओं को रखा. जिलाधिकारी ने सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि जो भी समस्या हो उसका तत्काल निराकरण करें. सभी आवश्यक स्थानों पर जो भी आवश्यक जरूरत है उसको पूरा करें. साथ ही लक्ष्मण मेला मैदान की साफ सफाई कराई जाए. पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल, फागिंग की व्यवस्था हो, फायर ब्रिगेड की गाड़ियां, चिकित्सा कैम्प आदि सभी वाहनों की व्यवस्था की जाए.
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आगामी 19 और 20 नवंबर को होने वाली छठ पूजा में सीएम योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एक शर्मा, लखनऊ की महापौर सुषमा खारवाल, राज्यसभा सांसद अशोक वाजपेई, प्रदेश अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी भूपेंद्र चौधरी इत्यादि के उपस्थित होने की संभावना है. जिसको देखते हुए छठ महापर्व का आयोजन किया जाना है. अखिल भारतीय भोजपुरी समाज की ओर से सभी लोगों को निमंत्रण भेजा गया है.
जानकारी दें कि छठ के महापर्व में 150 से अधिक लोक कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे. कार्यक्रम 19 नवंबर को दोपहर 3 बजे से शुरू होगा. इसका समापन अगले दिन 8:00 बजे होगा. अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के नेतृत्व में लगभग 39 वर्षों से लक्ष्मण मेला मैदान में छठ महापर्व का आयोजन होता आया है. अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सभी पदाधिकारियों को पूरे प्रदेश में निर्देश दिया है कि सभी लोग जहां पर भी छठ पूजा होती है, वहां श्रमदान कर साफ सफाई कर और छठ पूजा में सहयोग प्रदान करें.
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प्रभुनाथ राय ने उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार से छठ पूजा पर राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने का मांग की है. उन्होंने कहा कि छठ पूजा बहुत ही कठिन व्रत है. व्रत के दौरान महिलाएं 36 घंटे का निर्जल व्रत रहती हैं. उन्होने कहा कि ये त्योहार अब केवल यूपी और बिहार तक सीमित नहीं रह गया है.
उल्लेखनीय है कि छठ महापर्व को लेकर 8 अक्टूबर 2023 से 20 नवंबर 2023 तक सफाई अभियान चलेगा. ये सफाई अभियान अखिल भारतीय भोजपुरी समाज द्वारा चलाया जाएगा. प्रदेश भर में जहां भी छठ का महा पर्व मनाया जाता है वहां पर लगातार सफाई अभियान चलाया जाएगा. दिवाली एवं छठ पर्व मे स्वच्छता का विशेष महत्व है. अखिल भारतीय भोजपुरी समाज विगत 35 वर्षो से छठ महापर्व से एक माह पूर्व सफाई अभियान चलाकर गोमती नदी एवं छठ घाट की साफ सफाई कर छठ महापर्व मनाते आया है.
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