Ajab Gajab News: यूं तो आपने लेखपाल द्वारा किए गए कई अजीबों गरीब कारनामे देखे या सुने होंगे. लेकिन उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में एक लेखपाल ने ऐसा कारनामा किया है, जिसे सुनकर आप हैरान हो जाएंगे कि आखिर ऐसा कैसे संभव है. बता दें कि यह अजीबों-गरीब मामला बस्ती जिले के बहादुरपुर ब्लॉक के हदेवा गांव का है.
जानिए पूरा मामला
दरअसल, हदेवा गांव के लेखपाल ने पानी के कुंए को जगमोहन नामक युवक का पुत्र दिखाकर कुएं के नाम जमीन घरौनी में दर्ज कर दी. इस मामले की जानकारी जब घर वालों को घरौनी के कागजात में मिली, तो उनके होश उड़ गए. आखिर 6 भाइयों के बीच सातवां भाई कुंआ कहां से आ गया और कैसे वारिस हो गया. किसी को समझ नहीं आ रहा है.
ऐसे हुआ मामले का खुलासा
इस मामले में सरोज नामक महिला ने एसडीएम को शिकायत पत्र देकर सातवें भाई कुंआ को बेदखल कर जमीन 6 भाइयों में बराबर-बराबर बांटने की गुहार लगाई है. सरोज द्वारा की गई शिकायत में लिखा है कि ‘गाटा संख्या 144 जो एक आबादी वाली जमीन है और उसके ससुर के नाम से दर्ज है, जिसमें उनके पति और पांच देवर समेत परिवार के 6 सदस्यों का हिस्सा है. जिसमे हल्का लेखपाल और उनके एक देवर दयाचंद की मिलीभगत से 6 भाइयों का हिस्सा बराबर नहीं बांटा गया, साथ ही कुंए को भी सातवां भाई दिखा कर 108 वर्गमीटर जमीन उसके नाम कर दी गई.’
जानिए क्या बोले SDM!
वहीं इस मामले को लेकर एसडीएम सदर विनोद कुमार पाण्डेय ने बताया कि सरोज नाम की महिला ने शिकायत पत्र दिया है. जिसमे कुंए को पुत्र दिखाकर जमीन उसके नाम दर्ज कर दी गई है. यह लिपिकीय त्रुटि हो सकती है. इस की जांच की जा रही है. हैरानी की बात यह है कि इस मामले पर अब खुद एसडीएम साहब को भी समझ नहीं आ रहा की कुंए का नाम कैसे खारिज करें, क्योंकि घरौनी से नाम हटाने का अब तक कोई शासनादेश नहीं आया है. एसडीएम विनोद कुमार पांडेय ने बताया कि अब इस मामले को बोर्ड ऑफ रेवेन्यू को भेजा जाएगा. वहीं से इस मामले का निस्तारण हो सकता है.
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