Amazing Facts: क्या आपको पता है मोटल, होटल और रेस्टोरेंट में अंतर? जानिए

Difference Between Hotel Motel Restro And Resort: आए दिन हम सभी रोजाना ऐसे शब्द सुनते हैं, या ऐसे शब्दों का प्रयोग करते हैं जिसका हमें मतलब ही न पता हो, है ना? आप के साथ भी कभी न कभी ऐसा जरूर हुआ होगा. आप अक्सर परिवार के साथ, दोस्तों के साथ रेस्टोरेन्ट में खाने जाते होंगे या कभी कहीं किसी होटल में स्टे करते होंगें, लेकिन क्या आपको होटल और रेस्टोरेंट का मतलब या उनके बीच का अंतर पता है? और क्या आपने कभी मोटल का नाम सुना है? अगर नहीं तो आइये आपको बताते हैं होटल मोटल और रेस्टोरेंट में फर्क…

जानिये क्या है होटल और मोटल
आप घर से कहीं दूर कहीं भी घूमने फिरने जाते हैं तो आपको सबसे ज्यादा चिंता वहां रुकने, खाने पीने और रहने की होती है. उस वक्त आपके दिमाग में सबसे पहले जो चीज आती है वह है होटल, होटल एक ऐसी जगह है, जहां आपको रहने के लिए कमरा, खाना-पीना, टीवी और वाईफाई जैसी सुविधाएं आसानी से मिल जाती हैं. होटल के किचन से आपको खाना भी आसानी से मिल जाता है तो कई बार इनके अपने रेस्टोरेंट भी होते हैं. तो वहीं मोटल हाईवे पर मौजूद ऐसी जगह होती है, जहां ड्राइविंग से थककर रात गुजारने के लिए कमरे दिए जाते हैं. हलांकि मोटल में आपको खाने की सुविधा मिल जाए इस बात की कोई गारॅन्टी नहीं होती है.

क्या है रेस्टोरेंट और रिसॉर्ट
रेस्टोरेंट में लोग सिर्फ खाना खाने के लिए जाते हैं और फिर अपने घर चले आते हैं. वहीं रिसॉर्ट में लोग छुट्टियां मनाने आते हैं. यहां खाने-पीने और रुकने के साथ-साथ मनोरंजन की तमाम सुविधाएं और खेल-कूद की चीजें भी मौजूद होती हैं. ये एरिया में भी बड़े होते हैं. कुछ अच्छे होटलों का अपना रेस्टोरेंट भी होता है, लेकिन हर बार रेस्टोरेंट के साथ लॉज भी अटैच हो, ऐसा जरूरी नहीं है.

ये भी पढ़ेंः Zero Shadow Day: इंडिया में इस दिन नहीं दिखेगी किसी की परछाई, जानिए वैज्ञानिक वजह

Latest News

Gorakhpur: युगांक त्रिपाठी के यज्ञोपवीत संस्कार में भारत एक्सप्रेस के CMD उपेन्द्र राय, कवि कुमार विश्वास समेत कई हस्तियों ने की शिरकत

Gorakhpur: उत्‍तर प्रदेश के गोरखपुर जनपद में विख्यात कवि डॉ. कुमार विश्वास, योगगुरु कैलाशानंद गिरी जी महाराज, भारत एक्सप्रेस के...

More Articles Like This

Exit mobile version