Biodeasel Train: जापान विश्व की सबसे तेज, हाईटेक और शानदार ट्रेनों का केंद्र कहा जाता है. जापान में आए दिन कोई न कोई नया अविष्कार होता रहता है, जिसे देख कर लोग दंग रह जाते हैं. ऐसा ही एक अजीबो गरीब कारनामा जापान ने एक बार फिर कर दिखाया है. आइए जानते हैं इसके बारे में…
दरअसल, यहां घूमने जाने वाले लोगों को इन दिनों एक अजीबो गरीब ट्रेन बेहद पंसद आ रही है. मियाजाकी प्रान्त में खूबसूरत नजारे दिखाने वाली आमातेरासू ट्रेन रेमन सूप से चलती है, जो जापान के लोगों का पसंदीदा सूप है. इस ईको-फ्रेंडली ट्रेन को चलाने के लिए इस्तेमाल किए गए तेल और बचे हुए शोरबे को बायोडीजल में बदला जाता है, और फिर इसी बायोडिजल की मदद से ट्रेन को चलाया जाता है.
दो हजार रेस्टोरेंट की मदद से चलती है यह ट्रेन
डायचे वैले की रिपोर्ट के मुताबिक, शहर के दो हजार रेस्टोरेंट से टोनकोत्सु रेमन शोरबा नामक इस बायोडीजल को इकट्ठा किया जाता है. 90 फीसदी ईंधन कुकिंग ऑयल से और बाकी दस फीसदी बचे हुए रेमन शोरबा से बनता है . इस वसायुक्त सूप को बायोडीजल में बदलने के लिए इस वसायुक्त सूप के फैट को इस तरह रिफाइन किया जाता है कि वो गाढ़ा न हो.
जानिए क्यों है यह पर्यटकों की पसंद
पर्यटकों को इस ट्रेन में सफर करना काफी पसंद है, क्योंकि इस ट्रेन से स्वदिष्ट खाने की खुशबू आती है. खास बात यह है की बायोडीजल पूरी तरह से भरी हुई अमेतरासु ट्रेन को चलाने के लिए पर्याप्त होता है और इसकी लागत भी फासिल फ्यूल यानी डीजल आदि के बराबर ही आती है. फायदा यह होता है कि रेस्टोरेंट में बचा हुआ पूरा खाना इसमें इस्तेमाल हो जाता है.
जानिए खासियत
जापान की इस यूनीक ट्रेन में गुलाबी रंग के डिब्बे लगे हुए हैं. यह पर्यटकों लुभाने में और ज्यादा मददगार साबित हो रहा है. यह ट्रेन यात्रियों को सुंदर पहाड़, चावल के खेत और जापान के सबसे ऊंचे ट्रेन पुल का नजारा दिखाते हुए यात्रियों को ताकाचिहो शहर के भ्रमण पर ले जाती है और करीब आधे घंटे बाद लौटती है. रोजाना हजारों लोग इस ट्रेन का सफर करते हैं. इसका संचालन कर रही कंपनी का कहना है कि ईकोफ्रेंडली बनाए रखने के लिए इस यूनीक ट्रेन का र्निमाण किया गया है.
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