Ganesh Utsav 2023: हर साल गणेश उत्सव देशभर में पूरे धूमधाम से मानाया जाता है. भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को भगवान श्री गणेश का जन्म हुआ था. इसी उपलक्ष्य में हर साल गणेश उत्सव मनाया जाता है. यह पर्व भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से शुरू होकर अनंत चतुर्दशी तिथि के दिन तक यानी पूरे दस दिन तक चलता है. इस दौरान घरों और बड़े-बड़े पूजा पंडालों में भगवान गणेश की प्रतिमाएं स्थापित कर उनकी विधि-विधान से हवन पूजन किया जाता है. आपको बता दें कि अलग अलग मनोकामनाओं के लिए भगवान श्री गणेश अलग-अलग आकृतियों की आराधना की जाती है. ऐसे में यदि आपकी कोई विशेष मनोकामना है तो इस बार गणेश चतुर्थी पर अपनी मनोकामना के अनुसार बप्पा की प्रतिमा लगाएं. इससे आपकी मनोकामना जल्द पूरी होगी। चलिए जानते हैं मनोकामना के अनुसार बप्पा की कैसी प्रतिमा होती है शुभ…
संतान प्राप्ति के लिए
यदि आप संतान प्राप्ति की कामना रखते हैं और काफी प्रयासों के बाद भी सफल नहीं हो पा रहे हैं तो गणेश उत्सव पर बाल गणेश की प्रतिमा घर लाएं. ऐसा करने से जल्द ही घर में किलकारियां गूंजेगी.
उन्नति के लिए
घर में उन्नति और सुख-शांति के लिए गणेश जी की नृत्य करती हुई मुद्रा वाली प्रतिमा घर लाएं. साथ ही जो लोग कला की क्षेत्र से जुड़े हैं, उन्हें भी घर में नृत्य करते हुए गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करनी चाहिए.
शुख-समृद्धि के लिए
यदि आप घर में शुख-समृद्धि चाहते हैं तो गणेश जी की ऐसी प्रतिमा घर लाएं जिसमें गणपति बप्पा आराम करने की मुद्रा में हों. ऐसी प्रतिमा गृहस्थ जीवन के लिए भी अति शुभ मानी जाती है.
इस बात का रखें ध्यान
जब भी आप भगवान गणेश की प्रतिमा लें इस बात का ध्यान जरूर रखें कि उनका एक हाथ वरदान की मुद्रा में हो, वहीं एक हाथ में शंख और एक हाथ में लडडू होना चाहिए. साथ ही उनका वाहन मूषक राज भी अवश्य हो. बप्पा की ऐसी प्रतिमा शुभ मानी जाती है.