Green Jobs: आप सभी ने कभी न कभी तो ग्रीन जॉब के बारे में सुना ही होगा. कई ऐसी कंपनियां हैं जो पर्यावरण संरक्षित करने के लिए समर्पित हरी नौकरियों पर तेजी से इन्वेस्टमेंट कर रहीं है. इन कंपनियों की गतिविधि पूरी तरह से इस प्रकार की नौकरी पर ही केंद्रित है. हालांकि, कई लोग ऐेसे भी है जो अभी ग्रीन जॉब्स के बारे में नहीं जानते. तो आइए जानते है इन हरे रंग की नौकरियों के बारे में.
क्या है ग्रीन जॉब?
ग्रीन जॉब्स, हरी नौकरियां या हरित रोजगार उन क्षेत्रों के नौकरियों को कहा जाता है, जो इस बात का ध्यान रखते हैं कि उनके काम से पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़े. यह जॉबप्रदूषण को कम करनें तथा प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण और पर्यावरण को नए आयाम देने में मदद करता है. ग्रीन जॉब्स गारंटी देता है कि पर्यावरण उनकी किसी भी गतिविधियों के दौरान नकारात्मक रूप से प्रभावित नहीं होगा.
किस क्षेत्र के नौकरी को कहते है ग्रीन जॉब?
ग्रीन जॉब से संबधित कई ऐसे क्षेत्र हैं जिनमें विभिन्न प्रकार के रोजगार हो सकते हैं. यहां उनका मुख्य उद्देश्य प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण और मानव के पर्यावरण पर पर्यावरणीय प्रभाव को कम करना है. हाइड्रोपावर, सोलर एनर्जी, पर्यटन, फैशन, भोजन, कानूनी और शैक्षिक आदि क्षेत्रों में निकलने वालें जॉब्स को ग्रीन जॉब्स की कैटेगरी में रखा जाता है.
ग्रीन जॉब्स का मुख्य उद्देश्य
हरित नौकरियों का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण के सुरक्षा को ध्यान में रखना है. इनमें से अधिकांश कंपनियों का उद्देश्य पर्यावरण की रक्षा और उसका विकास करना है. इन जॉब्स का संबंधित उन प्रौद्योगिकियों से हैं जो स्वच्छ ऊर्जा प्राप्त करने की अनुमति देती हैं. हरित रोजगार ऐसी नौकरियों का मिश्रण जो एक अंत-उत्पाद परिप्रेक्ष्य की तलाश करता है, जिसमें इसकी रचना पर्यावरण की सुरक्षा को ध्यान में रखती है.
हरित रोजगार के लिए आवश्यक प्रशिक्षण
हरी नौकरियों को एक श्रेणी में सीमित करना बेहद ही मुश्किल है. इस कारण से, यह अक्सर मिश्रित हरी नौकरियों की बात से ये जानी जाती है. ग्रीन जाब्स को किसी भी उद्योग के भीतर विशेषज्ञता के तौर पर देखा जा सकता है. अगर हम एक इंजीनियर को उदाहरण के रूप में लेते हैं, तो उस इंजीनियर को अपने कार्य में प्रत्येक क्षेत्र की अपनी विशेषज्ञता रखनी होगी. साथ ही नवीकरणीय ऊर्जा में विशेषज्ञता रखता है, उसका अपना ग्रीन जॉब प्रशिक्षण होगा.