भुवनेश्वरः जग्गनाथ पुरी में रथ यात्रा के दौरान उत्साह के बीच धक्का-मुक्की की खबर सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि पुरी रथ यात्रा में बलभद्र के ताल ध्वज रथ खींचने के दौरान मर्चीकोट चौक पर धक्का-मुक्की के बीच अफरा-तफरी मच गई. इसमें 50 से अधिक लोगों के घायल होने की खबर है. पांच की हालत नाजुक बताई जा रही है. सभी घायलों को पुरी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
खबर के अनुसार, पुरी में रथ खींचते समय भक्तों में धक्का-मुक्की हुई. इससे धक्का लगने से कुछ लोग नीचे गिर गए और उन्हें कुचलते हुए लोग निकल गए. घायलों को पुरी सदर मुख्यालय अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यह घटना मरीचिकोट चौराहे की बताई जा रही है.
बड़ी संख्या में महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों के गिरने के बाद वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने भीड़ को रोकने का प्रयास किया. नीचे गिरे लोगों को बचाने की कोशिश की. घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया.जहां उपचार चल रहा है। इनमें एक विदेशी श्रद्धालु भी बताया जा रहा है.
वहीं, इससे पहले जगन्नाथ महाप्रभु के पहंडी के दौरान प्रभु रथ पर चढ़ाते समय सीढ़ी से फिसलने के कारण 6 सेवक घायल हो गए. जानकारी के मुताबिक, इन सेवकों को प्राथमिक उपचार के लिए तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया. सभी सेवक स्वस्थ बताए जा रहे हैं.
कई लोग गर्मी और उमस से हुए बेहोश
रथयात्रा के दौरान पुरी जगन्नाथ धाम में भीषण गर्मी की वजह से भक्तों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. गर्मी और उमस के चलते कई युवक और महिलाएं बेहोश हो गए. मौके पर मौजूद स्वयंसेवकों द्वारा सभी को पुरी सदर अस्पताल ले जाया गया. प्राथमिक उपचार के बाद इन्हें छोड़ दिया गया है.
दस लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे रथ यात्रा में
महाप्रभु की विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा देखने के लिए पूरी में लाखों की संख्या में भक्तों का समागम हुआ है. प्राप्त जानकारी के अनुसार, 10 लाख से अधिक श्रद्धालु जगन्नाथ धाम की रथयात्रा में शामिल हुए हैं. ऐसे में भक्तों को गर्मी और उमस से बचाने के लिए उनपर पानी के फव्वारे से छिड़काव किया जा रहा है.
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
पुरी जगन्नाथ धाम में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. 180 प्लाटुन पुलिस फोर्स पुरी शहर एवं आस-पास क्षेत्रों में तैनात की गई है. इसके अलावा जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. बड़दांड के दोनों तरफ मौजूद घरों पर शूटर तैनात किए गए हैं. पुरी जगन्नाथ धाम में प्रवेश करने वाले तमाम वाहनों की तलाशी के बाद ही उन्हें छोड़ा जा रहा है.