‘कल्कि: 2898 एडी’ में विलेन का अभिनय करने वाले एक्टर कमल हासन ने ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ यानी ‘एक देश एक चुनाव’ पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इसे खतरनाक और हानिकारक बताया और कहा जिन देशों में ऐसा हुआ वहां जनता को भारी कीमत चुकानी पड़ी है. इसके अलावा उन्होंने कहा यह दोषपूर्ण है और इसके दाग अभी भी कुछ देशों में मौजूद हैं. इसलिए भारत में इसकी जरूरत नहीं है और भविष्य में भी इसकी जरूरत नहीं होगी.
‘वन नेशन वन इलेक्शन‘ पर ‘कल्कि‘ विलेन ने किया कमेंट
बिना किसी पार्टी या नेता का नाम लिए कमल हासन ने कहा कि अगर 2014 या 2015 में एक साथ चुनाव हुए होते, तो कंप्लीट स्वीप होता, जिसके चलते देश में तानाशाही हो जाती. देश में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन और एक ही नेता का डॉमिनेशन होता.पार्टी की एक बैठक को संबोधित करते हुए कमल हासन ने कहा, “आपको समझना चाहिए कि हम इससे बच गए हैं… हम कोरोनावायरस से भी ज्यादा घातक बीमारी से बच गए हैं.” जाहिर तौर पर उन्होंने हिटं दिया कि लगभग एक दशक पहले चुनाव एक राष्ट्र, एक चुनाव के कॉन्सेप्ट के बिना हुए थे.
कमल हासन ने दिया यूरोप और रूस का हवाला
वन नेशन वन इलेक्शन पर टिप्पणी करते हुए कमल हासन ने यूरोप और रूस का हवाला दिया, हालांकि उन्होंने किसी एक देश का नाम नहीं बताया जहां यह विफल रहा. साथ ही उन्होंने सवाल भी उठाया कि अगर सभी ट्रैफिक लाइटें एक ही समय में एक ही रंग में चमकने लगें तो क्या होगा? उन्होंने कहा कि लोगों को सोचने और अपनी पसंद चुनने का समय दिया जाना चाहिए.