Black Paper: किचन में छुपा है हमारे सेहत का राज, ब्‍लड शुगर को कंट्रोल करने के साथ कैंसर में भी मददगार   

Black Paper Amazing Benefits:  हमारे घरों के किचन में ही हमारे सेहत के राज छुपे होते है लेकिन हमे सही जानकारी न होने के कारण हम उनका लाभ नहीं ले पाते है. ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे है किचन में ही मौजूद एक मसाले के बारे में. इसका स्वाद तीखा और हल्का मसालेदार होता है, जो कई व्यंजनों का स्वाद बढ़ा देता है. जी हां. हम आपको बता रहे है काली मिर्च के बारे में. यह सब्जियों के स्‍वाद को बढाने के साथ ही हमारे सेहत के लिए भी बेहद ही कारगर होता है.

हिंदू धर्म में काली मिर्च का इस्तेमाल पूजा-पाठ के काम में भी किया जाता है. काली मिर्च को सेहत के लिए भी बेहद चमत्कारी माना जाता है. इसमें शक्तिशाली औषधीय तत्व होते हैं, जिसकी वजह से आयुर्वेद में इसे कई बीमारियों के इलाज के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है. प्राचीन काल से काली मिर्च का सेवन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए किया जा रहा है. तो आइए जानते है काली मिर्च ससे होने वाले फायदों के बारे में…

काली मिर्च के फायदे

इंफ्लेमेशन करे कम

काली मिर्च हमारे शरीर में बढ़ने वाली सूजन को कम करने में असरदार है. शरीर के विभिन्न हिस्सों में इंफ्लेमेशन बढ़ जाए, तो अर्थराइटिस, हार्ट डिजीज और डायबिटीज की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. काली मिर्च में मौजूद यौगिक शरीर की सूजन को कम करने में मददगार  साबित होते हैं. इससे एलर्जी, अस्थमा, अर्थराइटिस समेत कई बीमारियों का खतरा कम होता है. इसके साथ ही मौसमी एलर्जी से भी काफी हद तक राहत मिलती है.

ब्रेन को हेल्‍दी रखने में

काली मिर्च को हमारे दिमाग के लिए बेहद फायदेमंद माना जा सकता है. काली मिर्च में मौजूद पिपेरिन ब्रेन की फंक्शनिंग को बेहतर बना देता है. खासतौर से जिन लोगों को अल्जाइमर और पार्किंसंस जैसी परेशानी है,उन्हें काली मिर्च के सेवन से काफी हद तक राहत मिल सकती है. काली मिर्च याददाश्त में सुधार कर सकती है. अगर आपको अपनी मेमोरी को तेज बनाना है,तो काली मिर्च का एक तय लिमिट में सेवन कर सकते हैं. इससे आपको लंबे समय तक याददाश्त तेज रखने में मदद मिल सकती है.

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ब्लड शुगर करे कंट्रोल

कई एनमिल स्टडीज से पता चला है कि काली मिर्च में मौजूद पिपेरिन एंटीऑक्सिडेंट ब्लड शुगर मेटाबॉलिज्म में सुधार कर सकता है. काली मिर्च का सेवन करने से डायबिटीज के मरीजों को अपना ब्लड शुगर कंट्रोल रखने में मदद मिल सकती है. एक अन्य स्टडी में शामिल 86 लोगों को 8 स्तीह तक पिपेरिन और अन्य यौगिकों वाले सप्लीमेंट दिए गए, जिससे उनके शरीर की इंसुलिन सेंसिटिविटी में काफी सुधार हुआ. इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार होने से शुगर लेवल नियंत्रित रहता है.

कैंसर का खतरा करे कम

काली मिर्च कैंसर जैसी बीमारियों के लिए भी बेदह कारगर साबित होता है. आपको बता दें कि काली मिर्च में एक एक्टिव यौगिक होता है, जो कैंसर सेल्स की रेप्लिकेशन को धीमा कर सकता है. इससे कैंसर से बचने में मदद मिल सकती है.

कोलेस्ट्रॉल को कम करने में

काली मिर्च में कोलेस्ट्रॉल कम करने वाले गुण भी होते हैं. कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की परेशानी से जूझ रहे लोगों को काली मिर्च का सेवन जरूर करना चाहिए.

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