Nipah Virus: निपाह वायरस के खात्मा के लिए ICMR का संकल्प, जल्द बनेगी वैक्सीन

Nipah Virus Vaccine: कोरोना जैसी खतरनाक महामारी के बाद, केरल में एक और जानलेवा वायरस ने अपना पैर पसारना शुरू कर दिया है. इस वायरस से दो लोगों की प्राकृतिक मौत के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने में अलर्ट जारी करवा दिया है. बच्चों की सेहत का ध्यान रखते हुए स्कूल भी बंद कर दिए गए थे. वहीं, निपाह वायरस से बचाव के लिए आईसीएमआर ( इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च) भी इसपर अधिक जानकारी में जुट गया है और वैक्सीन बनाने की तैयारी शुरू की है. मीडिया से बात करते हुए आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ राजीव बहल ने कहा कि वैक्सीन बनाने के लिए भागीदारों की तलाश की जा रही है. 100 दिनों के भीतर इस बीमारी के खिलाफ वैक्सीन बनाने का संकल्प लिया गया है.

डेंगू और टीबी की वैक्सीन पर भी चल रहा काम
केरल में अब तक निपाह वायरस के छह केस सामने आ चुके हैं. वहीं इससे संक्रिमित दो लोगों की मौत हो चुकी है. डॉ राजीव बहल ने बताया कि आईसीएमआर इस खतरनाक वायरस को लेकर सतर्क है और वैक्सीन बनाने की तैयारी शुरू कर दी है. बता दें कि डेंगू और टीबी की वैक्सीन पर भी काम चल रहा है.

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मोनोक्लोनल एंटीबॉडी को लेकर चल रहा है परीक्षण
महानिदेशक डॉ राजीव बहल ने बताया कि इस वायरस के संक्रमण की जांच केरल के ही BSL-3 लैब में कराई जा रही है. अब इस वायरस का सैंपल NIV पुणे नहीं भेजना होगा. गर्वनमेंट ने निपाह वायरस से संक्रमित लोगों के लिए ऑस्ट्रेलिया से मोनोक्लोनल एंटीबॉडी की 20 डोज और मंगवाई हैं. उन्होंने कहा कि अभी उनके पास 10 मरीजों के लिए मोनोक्लोनल एंटीबॉडी उपलब्ध है. हालांकि, अभी इसे लेकर परीक्षण चल रहा है.

भारत में इस एंटीबॉडी को अब तक किसी को नहीं दिया गया है. राजीव बहल ने कहा कि, “हमने कोविड के दौरान डीएनए वैक्सीन, एमआरएनए वैक्सीन, एडेनोवायरल वेक्टर वैक्सीन, प्रोटीन सबयूनिट वैक्सीन और नेज़ल वैक्सीन जैसे विभिन्न प्लेटफार्मों पर टीके विकसित किए हैं, और हम इन विविध प्लेटफार्मों का उपयोग निपाह संक्रमण जैसी बीमारी के खिलाफ नई वैक्सीन विकसित करने के लिए कर सकते हैं.”

सावधानी बरतने के लिए कहा है
महानिदेशक ने कहा कि, केरल सरकार के अलावा डॉक्टरों और रोगियों के परिवारों को भी एंटीबॉडी के उपयोग का निर्णय लेने का अधिकार है. उन्होंने कहा कि जिले में परीक्षण को सक्षम करने के लिए मोबाइल BSL-3 लौब में भेजी गई है. बहल ने उच्च मृत्यु दर को देखते हुए सावधानी बरतने के लिए कहा है. उन्होंने लोगों को सामाजिक दूरी का पालन करने, मास्क पहनने और चमगादड़ों के संपर्क में आने वाले कच्चे भोजन से दूर रहने की सलाह दी.

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