प्रयागराज। एक बार फिर से माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या की जांच कर रही एसआईटी तीनों शूटर्स लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्या से पूछताछ करेगी। एसआईटी को पूछताछ के लिए कोर्ट से अनुमति भी मिल गई है। अब जल्द ही एसआईटी प्रतापगढ़ जेल जाकर तीनों हत्यारोपियों से पूछताछ कर सकती है। दरअसल एसआईटी ने पहले भी 19 अप्रैल से 23 अप्रैल तक पांच दिनों की कस्टडी रिमांड लेकर शूटर्स से पूछताछ की थी, लेकिन कई सवालों के जवाब अब तक नहीं मिले हैं।
आरोपियों ने पूछताछ में नाम कमाने के लिए अतीक अहमद और अशरफ की हत्या की बात कबूली थी, लेकिन यह बात एसआईटी के गले नहीं उतर रही है। इस बीच एसआईटी ने करीब 60 से ज्यादा लोगों के बयान भी दर्ज किए हैं। लोगों के बयान दर्ज करने के बाद एसआईटी को कुछ ऐसे तथ्य मिले हैं, जिसे क्रास वेरीफाई करने के लिए पूछताछ करना बेहद जरूरी है। माना जा रहा है कि शूटर्स से पूछताछ में एसआईटी हत्याकांड के अनसुलझे सवालों के जवाब तलाशेगी।
सूत्रों की माने तो, एसआईटी शूटर सनी सिंह से पूछताछ करेगी कि वह मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करता था तो कैसे दूसरे शूटर से बातचीत कर रहा था। इसके अलावा तुर्किए की पिस्टल का लारेंस विश्नोई गैंग से कनेक्शन का भी पता करेगी। एसआईटी सनी सिंह का ब्रेन वाश करने वाला कौन है, इसके बारे में भी पूछेगी। अतीक और अशरफ हत्याकांड के पीछे कौन शख्स है, इसका जवाब भी तलाशने की कोशिश करेगी।
मालूम हो कि बीते 15 अप्रैल की रात पुलिस कस्टडी में काल्विन अस्पताल में अतीक और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। धूमनगंज थाना पुलिस दोनों को लेकर मेडिकल कराने पहुंची थी। हत्या के बाद तीनों शूटरों को अपने आप को पुलिस के हवाले कर दिया था। कोर्ट ने तीनों आरोपियों को पहले नैनी सेंट्रल जेल भेजा था, जहां से उन्हें सुरक्षा कारणों से प्रतापगढ़ जेल शिफ्ट कर दिया गया था।
मालूम हो कि अतीक और अशरफ हत्याकांड की जांच के लिए पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने एसआईटी गठित की है। एसआईटी में एडीसीपी क्राइम सतीश चंद्र, एसीपी सत्येंद्र प्रसाद तिवारी और क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर ओमप्रकाश शामिल हैं। ऐसा माना जा रहा है कि एसआईटी विवेचना पूरी कर जल्द ही चार्जशीट दाखिल करने की भी तैयारी कर रही है।