Chandrayaan3Landing: भारत के लिए आज का दिन काफी गौरव का है. आज देश को उस पल का इंतजार है जब चंद्रयान चांद की सतह पर लैंड करेगा और एक इतिहास कायम हो जाएगा. इसरो ने इसके लिए तैयारी पूरी कर ली है. अगर सब कुछ ठीक रहा तो आज शाम 6 बजकर 4 मिनट पर हम चांद की सतह पर होंगे. इतना ही नहीं चांद के दक्षिणी छोर पर उतरने वाले हम पहले देश होंगे. आपको बता दें कि इस मिशन की कमान एक बेटी संभाल रही है जो कि उत्तर प्रदेश के लखनऊ की रहने वाली है. दरअसल, हम बात कर रहे हैं. डॉ. रितु कारिधाल की. उनका लखनऊ से कनेक्शन होने के कारण आज पूरे उत्तर प्रदेश के लोग उनके ऊपर गर्व कर रहे हैं. डॉ. रितु कारिधाल चंद्रयान मिशन की डायरेक्टर हैं. जब 14 जुलाई को चंद्रयान को श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया गया था तो उन्होंने अपने भाई से बात करते हुए कहा था कि ये केवल पहला कदम है, असली परीक्षण अभी बाकी है.
लखनऊ विश्वविद्याल की रहीं हैं छात्रा
आपको बता दें कि डॉ. रितु कारिधाल लखनऊ विश्वविद्याल की छात्रा रही हैं. डॉ. रितु कारिधाल के बारे में एक समाचार पत्र से बात करते हुए बात करते हुए लखनऊ विश्वविद्यालय की डीन प्रो.पूनम टंडन ने बताया कि रितु की प्ररंभिक शिक्षा नवयुग कन्या इंटर कॉलेज में हुई. जिसके बाद उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय में B.Sc. और M.Sc. में दाखिला लेने के साथ यहां से ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन किया. पढाई पूरी करने के साथ ही उन्होंने विश्वविद्यालय से ही प्रोफेसर डॉ. मनीषा गुप्ता के अंडर में पीएचडी में प्रवेश लिया. इसी दौरान उनका चयन GATE में हो गया, फिर वो IISC बेंगलुरु चली गईं. जहां से उनका चयन इसरो में हो गया.
देश के लिए गोल्डेन डे
आपको बता दें कि रितु के बारे में बात करते हुए प्रो. पूनम ने बताया कि ये उनका इस मिशन के डायरेक्ट करना न केवल लखनऊ वालों के लिए बल्कि समूचे देश के लिए गौरव की बात है. उन्होंने बताया कि एक साधारण घर की लड़की ने एक असाधारण मुकाम हासिल किया है. ये सभी के लिए प्रेरणा का श्रोत है. प्रो. पूनम ने बताया कि लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ उनका कम्यूनिकेशन काफी शानदार रहा है. प्रो. पूनम ने आगे कहा कि चंद्रयान 2 की लॉन्चिंग के बाद वो विश्वविद्यालय आईं थी. इस दौरान उन्होंने कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया और छात्रों को संबोधित किया. साथ अनुभव साझा किया.