लखनऊ। प्रचंड गर्मी और लू में बिजली उपभोक्ताओं को परेशानी नहीं होनी चाहिए। जहां ट्रांसफार्मर और फीडर क्षतिग्रस्त हो, उसे तत्काल ठीक किया जाए। जर्जर लाइन, झूलते तार आदि को ठीक करें, जिससे बिजली सप्लाई में किसी प्रकार की दिक्कत न हो। किसी भी हाल में बिजली व्यवस्था में कोताही न बरती जाए। ऐसा करने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई होगी। यह बातें ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने कही।
वहीं, ऊर्जा मंत्री के निर्देशों के अनुपालन को लेकर पावर कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष एम. देवराज ने अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। उन्होंने ट्रांसफार्मर जलने की घटनाओं पर असंतोष व्यक्त किया। कहा, ट्रांसफार्मर के रख-रखाव व मेंटेनेंस के बारे में गर्मी शुरू होने से पहले ही विद्युत वितरण में लगे निगम अधिकारियों को सचेत किया गया था। इसके बावजूद ट्रांसफार्मर जलने एवं क्षतिग्रस्त होने की सूचनाएं मिल रही हैं। ट्रांसफार्मर में आग लगने का एक बड़ा कारण ओवरलोडिंग है, लिहाजा ओवरलोडिंग वाले क्षेत्रों में उन्हें अपग्रेड किया जाए।
उन्होंने चेतावनी दी है कि क्षतिग्रस्त ट्रांसफार्मरों के परीक्षण में अगर कहीं व्यक्तिगत लापरवाही पाई गई तो उस व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। प्रदेश में 90 परिवर्तक कार्यशालाएं इसकी मरम्मत का कार्य कर रही है। इसकी समीक्षा भी की जा रही है। उन्होंने बताया कि अप्रैल 2022 की तुलना में इस वर्ष ट्रांसफार्मरों की क्षतिग्रस्तता में 15.14 प्रतिशत की कमी आई है।