नई दिल्ली। जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गिरोह के 10 शूटरों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी फिल्मी स्टाइल में वारदात को अंजाम देने के लिए पुलिस की वर्दी, बेल्ट और जूते लेकर आए थे। सात आरोपियों को भोंडसी थाना और तीन आरोपियों को सदर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। आरोपियों के पास से पुलिस की वर्दी, चार पिस्टल, 28 कारतूस और दो गाड़ियां बरामद हुई हैं।
गिरफ्त में आए आरोपियों की पहचान भिवानी निवासी जोगिंदर, प्रिंस, ईश्वर वालिया, झुंझनू (राजस्थान) निवासी राकेश कुमार, भरत और धर्मेंद्र, हिसार निवासी संदीप, दीपक, मोगा (पंजाब) निवासी हरजोत सिंह और पटियाला के सिंद्रपाल के रूप में हुई है।
एसीपी वरुण दहिया के मुताबिक, आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वह विदेश में बैठे गोल्डी बराड़, रोहित गोदरा और वीरु के इशारे पर वारदात को अंजाम देते हैं। इन्हें गुरुग्राम में एक बड़े व्यक्ति को अगवा कर करोड़ों रुपये की रंगदारी वसूलनी थी। फिल्मी स्टाइल में वारदात करने के लिए पुलिस की वर्दी का इस्तेमाल करना था। वारदात से पहले ही गुरुग्राम की अपराध शाखा ने सभी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के खिलाफ हरियाणा में विभिन्न जिलों में आपराधिक मामले दर्ज हैं।
उन्होंने बताया कि अपहरण और फिरौती की वारदात जोगिंदर की देख-रेख में होनी थी। जोगिंदर पर विभिन्न थानों में 15 मामले दर्ज हैं। पता चला है कि जोगिंदर की लॉरेंस बिश्नोई से पटियाला जेल में मुलाकात हुई थी। इसके बाद से ही वह उसके संपर्क में था। गिरफ्तार पांच आरोपी 25 वर्ष से कम उम्र के हैं, जबकि पांच आरोपियों के खिलाफ पहले से ही संगीन धाराओं में मामला दर्ज हैं।