Himachal Pradesh Climatic Disaster: हिमाचल प्रदेश में प्रकृति का कहर 14 अगस्त से ही देखने को मिल रहा है. प्रदेश में आसमान से लगातार आफत की बारिश हो रही है. वहीं, राज्य के विभिन्न हिस्सों में भूस्खलन के कारण कई लोगों की जिंदगी खत्म हो गई है. इस प्राकृतिक आपदा में अभी तक 60 लोगों की जान गई है. कुछ देर तक बारिश के थमने के साथ ही प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य फिर से शुरू कर दिया गया है. इस बीच मौसम विभाग ने चेतावनी जारी कर एक बार फिर से लोगों को सहमा दिया है. राज्य में इस आपदा के कारण स्वतंत्रता दिवस के तमाम कार्यक्रमों पर रोक लगा दी गई थी.
प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सूक्खू राहत बचाव कार्य पर नजर बनाए हुए हैं. इस बीच जिला जनसंपर्क पदाधिकारी द्वारा जानकारी दी गई कि कांगड़ा के इंदौरा में बाढ़ पीड़ितों को बचाने और राहत पहुंचाने के लिए अभियान फिर से शुरू किया गया. प्रभावित लोगों को एयरलिफ्ट कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. आगामी रविवार तक प्रदेश के सभी स्कूलों को बंद रखने का निर्देश दिया गया है.
मौसम विभाग ने जारी किया हाई अलर्ट
पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में आगामी कुछ दिनों के लिए मौसम विभाग ने भारी से भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. मौसम विज्ञान विभाग ने कहा, “हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में ट्रफ और कम दबाव वाला क्षेत्र बन रहा है. ऐसे हालात में एक बार फिर भारी बारिश का दौर शुरू हो सकता है. मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक यह स्थिति धीरे-धीरे दक्षिण की ओर बढ़ने लगी है. इसके चलते हिमालय की तलहटी वाले इलाके प्रभावित हो सकते हैं.”
सीएम ने प्रभावित इलाकों का लिया जायजा
प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है. राज्य के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा, “हिमाचल प्रदेश में इस समय आपदा का दौर चल रहा है. 60 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि दो लोग लापता है. चूंकि खतरा अभी बना हुआ है. ऐसे में हालात को देखते हुए सभी शिक्षण संस्थाओं को बंद रखने का फैसला लिया गया है.” जानकारी दें कि उत्तर भारत के कई राज्यों में रविवार से ही बारिश हो रही है. लगातारा हो रही बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश ज्यादा प्रभावित हुआ है और यहां कई जगह लैंड स्लाइड की घटनाएं हुई हैं. हालात को देखते हुए एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों को अलर्ट किया गया है.
NDRF संभाल रही कमान
शिमला (शहरी) एसडीएम भानु गुप्ता ने बताया, “स्थानीय लोगों के मुताबिक हमने पुष्टि की है कि 21 शव हो सकते हैं जिनमें से हमने पिछले दो दिनों में 12 शव बरामद किए हैं. खोज अभियान जारी है. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, स्थानीय पुलिस और होम गार्ड अभियान में लगे हुए हैं. अगर हमें कुछ लोगों के जीवित होने की कोई सकारात्मक खबर मिलती है, तो हम उन्हें ठीक से बचा लेंगे.
उधर हिमाचल में आई आपदा को लेकर राहत और बचाव कार्य में जुटे 14 एनडीआरएफ द्वितीय कमान, बीएस राजपूत ने बताया, “मिली जानकारी के मुताबिक यहां पर कुल 21 पीड़ित हो सकते हैं. कल तक हमें 12 शव बरामद हुए थे. आज हमें एक और शव मिला, इस तरह 13 शव बरामद हो चुके हैं. हम भारी मशीनरी के अलावा विशेष उपकरणों का उपयोग कर रहे हैं. हम पुष्टि नहीं कर सकते कि खोज कब ख़त्म होगी क्योंकि निचले क्षेत्र में शव कम से कम 2 किमी तक फैले हुए हैं और हम वहां मशीनों का उपयोग नहीं कर सकते हैं इसलिए बचाव मैन्युअल रूप से करना होगा.
शुक्रवार तक बारिश की संभावना
मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार आगामी शुक्रवार तक बारिश का दौर जारी रहेगा. विभाग की चेतावनी के बाद राज्य में आपदा राहत टीमों को अलर्ट मोड पर रखा गया है. स्काईमेट वेदर में जलवायु और मौसम विज्ञान के उपाध्यक्ष महेश पलावत और मौसम विभाग के महानिदेशक एम महापात्र के अनुसार मानसून ट्रफ का एक हिस्सा मेरठ और दिल्ली के बीच केंद्रित है. इसकी वजह से दिल्ली एनसीआर में कहीं तेज तो कहीं धीमी बारिश होने की संभावना है. वहीं, जब ट्रफ रेखा 20 अगस्त के आसपास उत्तर की ओर बढ़ेगी तो उत्तरी राज्यों फिर से भारी बारिश हो सकती है.
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