भोपाल। मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से लाए चीतों की लगातार मौत हो रही है। इससे अब उन्हें कहीं और बसाने पर बातचीत हो रही है। इसको लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि चीतों की लगातार हो रही मौत ने मेरी चिंता बढ़ा दी थी। मैं परेशान हो गया, लेकिन, अब केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव से बाचतीत के बाद बहुत निश्चिंत हूं। केंद्रीय मंत्री यादव से बातचीत में साफ हुआ कि चीतों के जिंदा बचने की दर कम होती है। 10 में से केवल एक शावक जिंदा रह पाता है। वह भी तब जिंदा रह पाता है, जब उसे बचाने के कई प्रयास किए गए हों। उन्होंने कहा कि चीतों को लेकर हम व्यवस्थाएं करेंगे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह बातें रोजगार मेला में कही। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश पहले से ही टाइगटर स्टेट था, लेपर्ड स्टेट था, घड़ियाल स्टेट था, अब प्रदेश चीता स्टेट भी बन गया है। हम नामीबिया से चीते लेकर आए। तीन चीतें नहीं रहे। एक संघर्ष में चला गया। दो चीते अचानक बीमारी में चले गए। साशा ने चार शावकों को जन्म दिया था। उनमें से तीन नहीं रहे। हम चाहते है कि इंसान भी रहें और हमारे वन्यप्राणी भी रहें।
6 चीतों की हो चुकी है मौत
मालूम हो कि श्योपुर जिले में स्थित कूनो नेशनल पार्क में अब तक करीब 6 चीतों की मौत हो चुकी है। वहां औसतन दस दिन में एक चीता दम तोड़ रहा है। दो महीने से भी कम समय में इन चीतों की मौत हुई है। नामीबिया से कूनो लाई गई साशा की 27 मार्च को मौत हो गई थी। उस दौरान उसकी मौत की वजह किडनी में इंफेक्शन होना बताया गया था। साशा के बाद उदय और फिर दक्षा की मौत हो गई। मई महीने में जन्म लेने वाले तीन शावकों की भी मौत हो गई।
चीतों को किया जाएगा शिफ्ट
चीतों की लगातार हो रही मौत को लेकर बीते दिनों वन मंत्री विजय शाह ने कहा था कि चीतों की शिफ्टिंग को लेकर तैयारियां की जा रही हैं। जल्द ही कुछ चीतों को गांधी सागर अभ्यारण्य में शिफ्ट किया जाएगा। चुनाव से पहले सरकार कूनो के बाद अब गांधी सागर को चीतों से गुलजार करने जा रही है। गांधी सागर में शिफ्टिंग की तैयारी पूरी हो चुकी है। वहां चीतों को शिफ्ट करने के लिए टेंडर हुआ है। आने वाले 6 महीनों के अंदर चीते गांधी सागर में शिफ्ट किए जाएंगे। चीतों की संख्या बढ़ने के साथ ही, उन्हें अन्य अभयारण्य में शिफ्ट करने पर विचार चल रहा है।