First Solar Expressway: एक वक्त था जब प्रदेश के बुंदेलखंड को पिछड़े इलाकों के तौर पर जाना जाता था. सूबे की योगी सरकार ने इस क्षेत्र में औद्योगिक विकास की गति को बढ़ाने के लिए लगातार कई काम किए. इस कड़ी में अब सरकार एक नई शुरुआत करने जा रही है. दरअसल, यूपी सरकार ने 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे को सोलर एक्सप्रेस वे बनाने की योजना बनाई है. एक्सप्रेस वे के दोनों ओर सोलर पैनल लगाए जाएंगे. जिससे न केवल एक्सप्रेस वे जगमग होगा बल्कि इस रास्ते से सटे गांवों में भी रौशनी फैलाई जाएगी. इस दिशा में यूपीडा ने काम करना भी शुरू कर दिया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवज औद्योगिक विकास प्राधिकरण यानी यूपीडा, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को सौर उर्जा से चमकाने की तैयारी में लग गया है. उधर यूपीडा की ओर से एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट का लेटर भी जारी किया जा चुका है. बता दें इस योजना का निर्माण पीपीपी मॉडल के अंतर्गत किया जाना है. बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर सोलर पैनल इंस्टॉलेशन करने के बाद ये देश का पहला सौर उर्जा वाला एक्सप्रेसवे होने जा रहा है. इस अनूठी पहले के जल्द ही क्रियान्वयन के लिए यूपीडा काम कर रहा है.
सरकार ने स्पष्ट किया है कि ये काम पीपीपी मॉडल पर किया जाएगा. इसको लेकर 296 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे को सौर उर्जा पर चलित करने के लिए कार्य योजना बनाई जा रही है. इसके लिए यूपीडा की ओर से एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट जारी करने के साथ ही इंटरेस्टेड कंपनियों से आवेदन मांगे गए हैं. साथ ही सोलर पैनल को एंपैनल करने के लिए निजी कंपनियों के सुझाव मांगे गए हैं. यूपीडा की ओर से 17 अगस्त 2023 को दोपहर 3:00 बजे तक का वक्त दिया गया है.
गौरतलब है कि सोलर पैनल लगाने वाली कंपनियों का आवेदन मिलने के साथ इसको आगे प्रेजेंटेशन के लिए बुलाया जाएगा, इसके बाद सोलर पैनल लगाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. इस 296 किलोमीटर के एक्सप्रेवे पर कैरेज वे और सर्विस लेन के तौर पर दो हिस्से हैं. इन्ही के बीच लगभग 15 से 20 मीटर चौड़ाई की पट्टी वाला क्षेत्रफल पूरे एक्सप्रेसवे में खाली है. जहां पर सोलर पैनल लगाने की तैयारी है. इस कार्य के पूरा होने के बाद पूरा एक्सप्रेसवे सौर ऊर्जा से लैस हो जाएगा साथ ही आस पास के गावों में भी बिजली मिलेगी.
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