बनारस (Banaras) और मथुरा (Mathura) से ज्यादा आजकल सम्भल (Sambhal) चर्चा का विषय बना हुआ है. सड़क से लेकर संसद और विधानसभा (Assembly) तक सम्भल गूंज रहा है. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी विधानसभा में दिये गये भाषण के दौरान जहां दंगों का इतिहास याद दिलाया, तो वहीं उन्होंने कहा, सम्भल की इसी धरती पर कल्की अवतार लेंगे. आचार्य प्रमाद कृष्णम (Acharya Pramad Krishnam) ने 18 वर्ष पहले 2007 में जब कहा था कि सम्भल की धरती पर भगवान कल्की (Lord Kalki) अवतार लेंगे, उनकी यह बात आज 18 वर्ष बाद लोगों की जुबान पर है.
आचार्य प्रमोद कृष्णम द्वारा कही गई बात आज सही साबित हो रही
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने जब कल्की धाम में आकर अपना सम्बोधन दिया था तब, उन्होंने ने भी कल्की अवतार के आने की बात कही थी. आचार्य प्रमोद कृष्णम द्वारा कही गई बात आज पूरी तरह सही साबित हो रही है. अब सभी की जुबान पर एक ही बात है कि आने वाले समय में सम्भल यानि कल्की पीठ देश की धार्मिक आस्था का नया केंद्र बनेगा. सीएम योगी ने भी लगातार सम्भल की कल्की पीठ का जिक्र किया. इन बातों पर गौर करें, तो अब देश की राजनीति भी और धार्मिक आस्था का केंद्र भी आने वाले समय में सम्भल ही बनेगा.
सम्भल का कल्की पीठ होगा धार्मिक आस्था का नया केंद्र
किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि 18 वर्ष पहले आचार्य प्रमोद कृष्णम ने जो कहा था वो पीएम मोदी से लेकर सीएम योगी और तमाम साधू-संतों की जुबान पर वही होगा जो आचार्य प्रमोद कृष्णम् ने कहा था. 18 वर्ष पहले तमाम बड़े साधुओं की मौजूदगी में कल्की पीठ में जो कार्यक्रम हुआ था, उसके गवाह देश के जाने-माने अखाड़े और संत बने थे. पीएम मोदी के कल्की पीठ आगमन के बाद आज सम्भल का एक अलग ही स्थान बन गया है. भले ही सम्भल को लेकर राजनीति हो रही हो, लेकिन इसमें कोई दोराय नहीं कि अब धार्मिक आस्था का नया केंद्र सम्भल का कल्की पीठ होगा.