Kuno National Park: नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका के विशेषज्ञ और वन विभाग की टीम ने मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में लगातार हो रही चीतों की मौत के बाद अब चीतों का स्वास्थ्य परीक्षण शुरू कर दिया है. वहीं, कूनो नेशनल पार्क में खुले जंगल से पकड़ कर सभी चीतों को बाड़े में शिफ्ट कर दिया है. छह चीतों के गले से रेडियो कॉलर हटाए गए हैं. अभी कुल 11 चीते बाड़े में हैं. इनमें 6 नर और 5 मादा हैं. कूनो की टीम नामीबिया और साउथ अफ्रीका के एक्सपर्ट के साथ चीतों की जांच कर रही है.
मालूम हो कि शनिवार शाम को इस टीम ने पवन नाम के नर चीते को ट्रेंकुलाइज कर स्वास्थ्य परीक्षण किया था. इसके बाद उसे खुले जंगल से बड़े बाड़े में शिफ्ट कर दिया गया. विशेषज्ञों की टीम के मुताबिक, प्रारंभिक जांच में पवन चीता पूरी तरह से स्वस्थ पाया गया है, लेकिन अगले स्वास्थ्य परीक्षण तक उसे बड़े बाड़े में ही रखा जाएगा. रविवार को कूनो नेशनल पार्क के डीएफओ प्रकाश वर्मा ने प्रेस नोट जारी कर इसकी जानकारी दी है.
बताया गया है कि कूनो नेशनल पार्क के बड़े बाड़े में 6 नर और 5 मादाओं सहित कुल 11 चीते रह रहे हैं. अन्य चार चीते खुले जंगल में हैं. जिनका एक-एक कर स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा. पवन नाम के चीते सहित कुल तीन चीतों की गर्दन में घाव और इन्फेक्शन होने के बाद दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया के विशेषज्ञों की राय पर कूनो नेशनल पार्क के कुल 6 चीतों के गले से रेडियो कॉलर आईडी को निकाल दिया है. जल्द ही अन्य चीतों की रेडियो कॉलर आईडी हटाने का निर्णय भी दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया के चीता विशेषज्ञ ले सकते हैं.
मालूम हो कि तीन दिन पहले सुप्रीम कोर्ट चीतों की मौत पर चिंता व्यक्त कर चुका है. सुनवाई करते हुए कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा कि राजनीति से ऊपर उठकर कूनो से कुछ चीतों को राजस्थान शिफ्ट करने पर विचार करना चाहिए. क्यों नहीं आप राजस्थान में कोई अच्छी जगह ढूंढते हैं? सिर्फ इसलिए कि राजस्थान में विपक्षी दल की सत्ता है, इसका मतलब यह नहीं है कि आप इस प्रस्ताव पर विचार न करें.