Mann KI Baat: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज (30 जुलाई) को ‘मन की बात’ (Mann KI Baat) कार्यक्रम के 103वें एपिसोड को संबोधित कर रहे हैं. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, जुलाई का महीना मानसून और बारिश का महीना होता है. लेकिन, बीते कुछ दिन प्राकृतिक आपदाओं के कारण चिंता और परेशानी से भरे रहे हैं.
उन्होंनं आगे कहा, यमुना समेत कई नदियों में बाढ़ से कई इलाकों में लोगों को तकलीफ उठानी पड़ी है. पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की घटनाएं भी हुईं हैं. इसी दौरान देश के पश्चिमी हिस्से में कुछ समय पूर्व गुजरात के इलाकों में बिरपरजॉय साइक्लोन भी आया. लेकिन, इस आपदाओं के बीच हम सब देशवासियों ने फिर दिखाया है कि सामूहिक प्रयास की ताकत क्या होती है. स्थानीय लोगों ने, हमारे एनडीआरएफ (NDRF) के जवानों ने, स्थानीय प्रशासन के लोगों ने, दिन-रात लगाकर ऐसी आपदाओं का मुकाबला किया है.
प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन की प्रमुख बाते-
- किसी भी आपदा से निपटने में हमारे सामर्थ्य और संसाधनों की भूमिका बड़ी होती है. लेकिन, इसके साथ ही, हमारी संवेदनशीलता और एक दूसरे का हाथ थामने की भावना, उतनी ही अहम होती है. सर्वजन हिताय की यही भावना भारत की पहचान भी है और भारत की ताकत भी है.
- बारिश का समय ‘वृक्षारोपण’ और ‘जल संरक्षण’ के लिए भी जरूरी होता है. आजादी के ‘अमृत महोत्सव’ के दौरान बने 60 हजार से ज्यादा अमृत सरोवरों में भी रौनक बढ़ गई है.
- अभी 50 हजार से ज्यादा अमृत सरोवरों को बनाने का काम चल भी रहा है.
- हमारे देशवासी पूरी जागरूकता और जिम्मेदारी के साथ ‘जल संरक्षण’ के लिए नए-नए प्रयास कर रहे हैं.”