Chandrayaan-3 Moon Landing: समूचे विश्व की नजरें भारत के चंद्रयान मिशन पर टिकी हुई हैं. भारत मिशन मून की सफलता से कुछ कदमों की दूरी पर खड़ा है. बुधवार 23 अगस्त की शाम को 6 बजकर 4 मिनट पर इसरो लैंडर मॉड्यूल को चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग कराने की कोशिश करेगा. सब कुछ सही रहा रहा तो भारत एक इतिहास रचेगा. भारत विश्व का चौथा देश बन जाएगा जो चांद पर पहुंचे हैं. इस घटनाक्रम को देखने और जानने के लिए विश्व के सभी देश भारत की ओर नजरे टिकाए बैठें हैं. वहीं, इस ऐतिहासिक पल को लेकर उत्तर प्रदेश में विशेष तैयारी की जा रही है. प्रदेश के स्कूलों में इसका सजीव प्रसारण करने की तैयारी है. उत्तर प्रदेश शासन की ओर से इसको लेकर पत्र जारी किया गया है.
गर्व का पल महसूस करने के लिए पहल
उत्तर प्रदेश महानिदेश स्कूल शिक्षा विभाग और राज्य परियोजना निदेशक कार्यालय की ओर से एक पत्र जारी किया गया है. इस लेटर के माध्यम से आदेश जारी है कि प्रदेश के सभी विद्यालयों में चंद्रयान के लैंडिंग का सजीव प्रसारण किया जाए. सभी स्कूलों को इसके लिए 1 घंटे के लिए खोला जाएगा. ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि ताकि बच्चों के मन में देश के प्रति गर्व महसूस हो साथ ही एकता की गहरी भावना जन्म ले. इस पत्र में लिखा गया है कि देश की अंतरिक्ष अन्वेषण की खोज चंद्रयान-3 मिशन के साथ एक मील के पत्थर तक पहुंच गई है. जो चन्द्रमा पर उतरने के लिए तैयार है. यह भारतीय विज्ञान, इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी और उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है.
सरकार ने लिया ऐसा फैसला
शिक्षा विभाग की मानें तो प्रदेश भर के स्कूल 23 अगस्त (बुधवार) को शाम 5:15 से 6:15 तक खोले जाएंगे. बच्चों को चंद्रयान 3 का सजीव प्रसारण दिखाया जाएगा. वहीं, इस दौरान सभी प्रधानाध्यापक और शिक्षक स्कूल में उपस्थित रहेंगे. इसरो द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार चंद्रयान-3 का लैंडर मॉड्यूल के 23 की शाम को 6 बजकर 4 मिनट पर चांद की सतह पर लैंड करेगा.इसरो का कहना है कि सब कुछ ठीक रहा तो आसानी से वो चांद की सतह पर लैंड कर जाएगा. दरअसल, लैंडर पूरी तरह से ऑटोमैटिक है जिस वजह से पहले वो खुद के लिए एक जगह ढूंढेगा और वो फिर लैंड कर जाएगा.
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