Mission Niramaya: उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज मिशन निरामया के तहत QCI द्वारा नर्सिंग एवं पैरामेडिकल संस्थानों की रेटिंग तथा जनपद मऊ व शामली में निजी मेडिकल कॉलेजों की स्थापना हेतु अनुबंध कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इस दौरान उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कभी मऊ जनपद को माफियाओं के नाम से जाना जाता था. वहीं, शामली में लोग पलायन को मजबूर थे, लेकिन आज प्रदेश के इन जिलों की स्थिति बदली है. उन्होंने कहा कि अब दोनों जगहों पर मेडिकल कॉलेज का निर्माण कराया जा रहा है.
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प्रदेश में मेडिकल कॉलेजों का निर्माण
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में आज 45 जिलों में सरकारी मेडिकल कॉलेज संचालित है. वहीं, 16 जिलों में तेजी से मेडिकल कॉलेज बनाने का काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मऊ और शामली को आज से 6 साल पहले किसी अन्य कारक के नाम से जाना जाता था. मऊ के लोग माफिया के नाम से भयभीत रहते थे. वहीं, शामली में पलायन एक समस्या बन गई थी. दोनो जगहों की तस्वीरों में परिवर्तन आया है. दोनों जगहों पर मेडिकल कॉलेज की स्थापना होने जा रही है. पहले ये एक सपना हुआ करता था, लेकिन अब इसको लोग साकार होते देख रहे हैं.
पहले की सरकारों पर साधा निशाना
सीएम योगी ने पिछली सरकारों की कार्यपद्धति को लेकर कहा कि पहले की सरकारों ने पैरामेडिकल और नर्सिंग संस्थानों को उपेक्षित रखा था. राज्य की मेडिकल फैसलिटी खुद बीमार थी. शिक्षा पर किसी प्रकार का कोई काम नहीं किया गया था. इस परिस्थिति में सरकार मिशन निरामया के तहत आगे बढ़ी और स्थिति को सुधारने का प्रयास किया गया. मेंटॉर के रूप में 12 संस्थानों को चयनित किया गया जिसमे से 8 संस्थान आज अपग्रेड किए जा चुके हैं. सीएम के इस कार्यक्रम के दौरान सरकार के कई अधिकारी मौजूद रहे.