Caste Census In UP: राजस्थान और बिहार में जातिगत जनगणना की घोषणा कर दी गई है. बिहार में जातिगत जनगणना जारी है. वहीं इसको लेकर उत्तर प्रदेश में भी विपक्ष द्वारा मांग की जा रही है. समाजवादी पार्टी ने विधानसभा और विधान परिषद दोनों सदनों में जातिगत जनगणना का मुद्दा उठाया था. विपक्ष द्वारा उठाई जा रही इस मांग को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपना बयान जारी कर दिया है. आइए जानते हैं इसको लेकर क्या बोले सीएम योगी…
जानिए क्या बोले सीएम योगी
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में विपक्ष द्वारा जाति जनगणना को लेकर उठाए सवाल पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मानसून सत्र के चौथे दिन अपना बयान जारी किया है. उन्होंने स्पष्ट कहा है कि राज्य सरकार की राज्य में “जाति जनगणना” कराने की कोई योजना नहीं है. सीएम योगी ने कहा कि जातीय जनगणना का कार्य भारत सरकार कराती है. संविधान की सातवीं अनुसूची में संघ सूची के क्रमांक 69 पर अंकित है. जिसके तहत केंद्र सरकार द्वारा जनगणना करवाना केंद्र सरकार का काम है. ऐसे में स्पष्ट हो गया है कि यूपी सरकार जातिगत जनगणना कराने के प्लान में नहीं है.
सपा के घोषणा पत्र में जातीय जनगणना
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव लगातार जातिगत जनगणना की मांग कर रहे हैं. उन्होंने 2022 के विधानसभा चुनाव घोषणा पत्र में भी जातिगत जनगणना के मुद्दे को शामिल किया था. अब समाजवादी पार्टी के सदस्य संग्राम यादव ने सदन में जातिगत जनगणना को लेकर यूपी सरकार से लिखित में सवाल पूछा था. जिसका जवाब देते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने साफ किया है कि प्रदेश में जातीय जनगणना कराने की कोई योजना नहीं हैं
मायावती ने भी उठाई थी मांग
आपको बता दें कि हाल ही में बसपा अध्यक्ष मायावती ने भी यूपी ही नहीं पूरे देश में जातिगत जनगणना करवाने की मांग उठाई थी. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि, “ओबीसी समाज की आर्थिक, शैक्षणिक व सामाजिक स्थिति का सही आंकलन कर उसके हिसाब से विकास योजना बनाने के लिए बिहार सरकार द्वारा कराई जा रही जातीय जनगणना को पटना हाईकोर्ट द्वारा पूर्णत वैध ठहराए जाने के बाद अब सबकी निगाहें यूपी पर टिकी हैं कि यहां यह जरूरी प्रक्रिया कब?”
बसपा अध्यक्ष मायावती ने आगे लिखा, ”देश के कई राज्य में जातीय जनगणना के बाद यूपी में भी इसे कराने की मांग लगातार ज़ोर पकड़ रही है, किन्तु वर्तमान बीजेपी सरकार भी इसके लिए तैयार नहीं लगती है, यह अति-चिन्तनीय है, जबकि बीएसपी की मांग केवल यूपी में नहीं बल्कि केन्द्र को राष्ट्रीय स्तर पर भी जातीय जनगणना करानी चाहिए.”
जानिए क्या बोले केशव प्रसाद मौर्य
इधर केशव प्रसाद मौर्य ने भी जातीय जनगणना को लेकर साफ कह दिया कि जातीय जनगणना कराना राज्य का नहीं, बल्कि केंद्र का विषय है. उन्होंने तंज कसा कि चार बार सत्ता में रहकर सपाई कुंभकर्णी नींद सोते रहे. सत्ता से बेदखल होकर दिन में तारे दिखे तो जातीय जनगणना की याद आई.
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