One Nation One Election Committee: केंद्र सरकार ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया है. सरकार ने कथित तौर पर बहुचर्चित ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ की संभावना तलाशने के लिए इस समिति का गठन किया है. केंद्र सरकार ने 18 से 22 सितंबर तक संसद का विषेश सत्र बुलाया है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस सत्र में वन नेशन वन इलेक्शन पर चर्चा संभव है. दरअसल, वन नेशन वन इलेक्शन का उद्देश्य है कि देश में लोक सभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ हो. इसको लेकर पीएम मोदी पिछले कुछ सालों में कई बार सार्वजनिक सभाओं में चर्चा कर चुकें हैं. इस समिति के गठने के बाद प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू हो गया है. ONOE पर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ का बयान सामने आया है.
क्या बोले सीएम योगी आदित्यनाथ
वन नेशन वन इलेक्शन पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, “वन नेशन वन इलेक्शन एक अभिनंदनीय प्रयास है. हमें ये जानकर प्रसन्नता है कि वन नेशन वन इलेक्शन के लिए जो कमेटी बनी है उसके अध्यक्ष पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को बनाया गया है. इस अभिनव पहल के लिए मैं उत्तर प्रदेश की जनता की ओर से प्रधानमंत्री जी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं. ये आज की आवश्यकता है. बार-बार चुनाव विकास कार्यों में बाधा पैदा करती है. चुनाव की प्रक्रिया को कम से कम 1.5 महीने का समय लगता है. इसके लिए आवश्यक है कि लोकसभा विधानसभा और अन्य सभी प्रकार के चुनावों का हम एक साथ आयोजन करें.”
ये 5 साल की खुली स्लेट होगी: देवेंद्र फड़णवीस
इस मामले पर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़णवीस ने सरकार द्वारा गठित कमेटी का स्वागत किया है. उन्होंने कहा,”वन नेशन, वन इलेक्शन बहुत ही सही प्रस्ताव है. देश में लगातार चुनाव होते हैं, आधा श्रम चुनाव में जाता है. कहीं-कहीं चुनाव की आचार संहिता लगती है तो उसके कारण भी काम में देरी हो जाती है. संसाधन खर्च होते हैं. वन नेशन, वन इलेक्शन से 5 साल की खुली स्लेट होगी, पैसा भी बर्बाद नहीं होगा और काम भी सुचारू रूप से होगा.”
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