UP Politics: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले उत्तर प्रदेश की सियासत में बड़ी हलचल देखने को मिल रही है. इस हलचल से समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका लग सकता है. बता दें कि राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के नौ में से आठ विधायक बुधवार को सीएम योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की. ऐसे में अब कयास लगाए जा रहे हैं कि जयंती चौधरी एनडीए का हिस्सा बन सकते हैं.
आपको बता दें कि जयंत चौधरी ने राज्यसभा में दिल्ली सर्विस बिल पर हुई वोटिंग में भाग नहीं लिया था. वहीं RLD के आठ विधायक कल यानी बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास पर लखनऊ में मुलाकात की. बीजेपी और आरएलडी के बीच बढ़ रही नजदीकियों के बीच राजनैतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार काफी गर्म है.
जानिए क्या बोले सीएम से मुलाकात को लेकर जयंत!
दरअसल, ऐसा पहली बार हुआ जब राष्ट्रीय लोकदल के आठ विधायक एक साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की हो. वहीं रालोद चीफ जयंत चौधरी ने विधायकों के सीएम योगी से मुलाकात के बारे में बताया ‘सीएम के साथ जनता के मुद्दों को लेकर हुई. हम एनडीए में नहीं जा रहे हैं. जयंत चौधरी ने कहा है कि हम इंडिया में हैं. सीएम से मुलाकात तो कोई भी कर सकता है.’ वहीं रालोद विधायकों का कहना है कि वे प्रदेश में बाढ़ से हुए नुकसान का मुआवजा देने, गन्ना मूल्य में वृद्धि करने, किसानों को फ्री बिजली, बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान करने देने जैसे मामलों पर सीएम योगी से मिले थे.
जानिए पूरा समीकरण
गौरतलब है कि वर्तमान में जयंत चौधरी की पार्टी आरएलडी समाजवादी पार्टी के साथ है. वहीं राज्यसभा में दिल्ली बिल पर हुई वोटिंग में रालोद प्रमुख जयंत चौधरी गायब रहे. इसके बाद RLD के सभी विधायकों ने सीएम योगी से मुलाकात की है, जिसको लेकर सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. बीजेपी और आरएलडी के बीच बढ़ रही नजदीकियों से कयास लगाए जा रहे हैं कि जयंत चौधरी एनडीए का हिस्सा बन सकते हैं. इससे जयंत चौधरी को केंद्र व राज्य सरकार के विस्तार में जगह दी जा सकती है. यानी इन्हें योगी कैबिनेट में भी शामिल किया जा सकता है.
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