World Cup 2023: ‘नरेंद्र मोदी स्टेडियम’ बना भारत की हार का कारण! जानिए वर्ल्ड कप नॉकआउट का इतिहास

World Cup 2023: वर्ल्ड कप 2023 (World Cup 2023) में लगातार 10 मुकाबले में विरोधी टीमों को चारों खाने चित करने के बावजूद भी फाइनल में भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा. वहीं, ऑस्ट्रेलिया छठी बार खिताब जीतकर वर्ल्ड चैंपियन बन गई. ऐसे में एक बार फिर टीम इंडिया का सपना अधूरा रह गया. भारत की हार के बाद देश के अंदर एक सवाल ने बहस का मुद्दा बना दिया है. कई नेताओं ने अहमदाबाद की पिच को लेकर सवाल उठाए हैं कि वहां की पिच टॉस पर काफी निर्भर थी. जो भारत के हार का कारण बनी.

नेताओं ने उठाए सवाल
हर मुकाबलों को जीतने वाली टीम इंडिया की फाइनल में हार को लेकर एक बड़ी बहस शुरू हो गई है. इसे लेकर कई नेताओं ने दावा किया है कि अहमदाबाद की पिच टॉस पर निर्भर थी. ऐसे में इस दावे को समझने के लिए आईसीसी टूर्नामेंट्स के नॉकआउट मैचों के इतिहास के बारे में जानना होगा. अब तक भारत में ज्यादातर नॉकआउट मैच कोलकाता, मुंबई, चेन्नई या दिल्ली में आयोजित किए गए हैं.

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विश्व कप नॉकआउट मैचों में भारतीय टीम का हाल

  • वर्ल्ड कप 1987- भारत और इंग्लैंड के बीच सेमीफाइनल मुकाबला मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला गया था. इस मैच में इंग्लैंड ने भारत को 35 रनों से हराकर जीत हासिल की थी.
  • वर्ल्ड कप 1996- भारत और श्रीलंका के बीच सेमीफाइनल मुकाबला कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेला गया था. जिसमें भारत को हार का सामना करना पड़ा था.
  • वर्ल्ड कप 2011- भारत और पाकिस्तान के बीच सेमीफाइनल मुकाबला मोहाली में खेला गया था. इस मुकाबले में भारत को जीत हासिल हुई.
    वहीं, इसका फाइनल मुकाबला मुंबई के वानखाड़े स्टेडियम में आयोजित किया गया था. उसमें भी टीम इंडिया को जीत मिली थी.
  • टी20 वर्ल्ड कप 2016- भारत और वेस्टइंडीज के बीच सेमीफाइनल मुकाबला मुंबई के वानखाड़े स्टेडियम में हुआ था. इसमें भी भारत को जीत हासिल नहीं हुई.
  • वर्ल्ड कप 2023- भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच फाइनल मुकाबला अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला गया था. जहां ऑस्ट्रेलिया ने जीत हासिल की.

टीम इंडिया दबाव में बिखरती है
वर्ल्ड कप के नॉकआउट मैचों के आकड़ों को देखकर ये कहा जा सकता है कि, टीम इंडिया की हार का कारण दबाव होता है. वर्ल्ड कप 2011 को छोड़कर भारत को नॉकआउट मैचों में हार का सामना करना पड़ा है. हालांकि, भारत पर पिछले वर्षों की तुलना में इस साल उतना दबाव नहीं था. न्यूज़ीलैंड के खिलाफ हुए सेमीफाइनल में भारतीय टीम ने दबाव पर काबू पाकर जीत हासिल की थी. फाइनल मैच से पहले रोहित शर्मा ने कहा था- “पिच या टॉस मायने नहीं रखती, जो अच्छा क्रिकेट खेलेगा, वो जीतेगा.” लेकिन अहमदाबाद के स्टेडियम की पिच फाइनल पिच के लायक नहीं थी.

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पिच टॉस पर निर्भर थी
दोपहर में अहमदाबाद की पिच पर बल्लेबाजी करना मुश्किल सा था. वहीं रात में ओस के कारण आसान हो गया. आईपीएल 2023 के फाइनल मैच में भी ऐसा ही कुछ हुआ था. अगर ये मुकाबला कोलकाता या वानखाड़े के मैदान पर होता तो जिस तरह अफगानिस्तान ने ऑस्ट्रेलिया को गेंदबाजी करते हुए परेशान कर दिया था. वहीं, कोलकाता में साउथ अफ्रीका ने ऑस्ट्रेलिया को फंसा लिया था. ऐसे में ये कहा जा सकता है कि अहमदाबाद की पिच पूरी तरह से टॉस पर निर्भर थी.

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