Indore News: इंदौर देश का सबसे साफ शहर है. इंदौर को मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी भी कहा जाता है. आज यहां पर एक नया दृश्य देखने को मिला. इंदौर के लोगों ने आज नो कार डे मनाया. इंदौर वासियों की यह पहल पार्यावरण को सहेजने और लोगों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए शुरू की गई. इस पहल के लिए इंदौर नगर निगम ने एक अभियान शुरू किया है. इस अभियान के तहत शहर में रहने वाले लोगों से कार के इस्तेमाल न करने की अपील की गई है. इस पहल का असर इंदौर की सड़कों पर दिखा. सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा.
इस पहल में न केवल अधिकारियों ने बल्कि इंदौर के लोगों ने एक सक्रिय भूमिका निभाई. सभी लोग कार छोड़कर पब्लिक साधनों से अपने कार्यालय जाते दिखे. जानकारी हो कि इंदौर में कुल 4 लाख 50 हजार से ज्यादा वाहन पंजीकृत है. लोग जब अपने वाहन से सड़कों पर निकलते हैं तो एक ओर जहां शहर में जाम की स्थिति देखने को मिलती है तो वहीं प्रदूषण से भी लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
लोगों ने अभियान में लिया हिस्सा
लगातार प्रदूषण के बढ़ते हालात देखते हुए नगर निगम ने लोगों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट के प्रति जागरूक करने का फैसला किया. इस कड़ी में मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर नगर निगम के महापौर पुष्य मित्र भार्गव ने कुछ दिनों पहले ही नो कार डे मनाने का ऐलान किया. इस अपील का असर दिखा. इंदौर की सड़कों पर एक भी कार नजर नहीं आई. इतना ही नहीं, खुद महापौर पुष्य मित्र भार्गव भी अपनी इलेक्ट्रानिक एक्टिवा से घर से अपने कार्यालय गए.
आपको बता दें कि इस अभियान में इंदौर कलेक्टर टी इलैया राजा ने सक्रिय भूमिका दिखाई. वो अपने घर से बस स्टाप तक पैदल पहुंचे, वहां से वो नगर निगम की बस पर सवार होकर अपने कार्यालय तक गए. आपको बता दें कि नगर निगम से लेकर कलेक्ट्रेट तक के सभी अधिकारी और कर्मचारी भी पब्लिक ट्रांसपोर्ट से अपने कार्यालय पहुंचे इंदौर के पुलिस कमिश्नर मकरंद देवस्कर साइकल पर सवार हो अपने ऑफिस पहुंचे. इस अभियान में लोगों ने खूब बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया. लोगों ने अपनी बाइक और कार को घर के गैराज में ही पार्क रखा.
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