BRICS Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय दक्षिण अफ्रीका की यात्रा पर हैं. पीएम नरेंद्र मोदी यहां पर 15वें ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे हैं. दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने अपनी बातों को रखा. इस शिखर सम्मेलन में दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने एक बड़ा ऐलान किया. उन्होंने कहा कि ब्रिक्स में 6 नए देशों को जोड़ने का फैसला किया गया है. इन देशों में सऊदी अरब, ईरान, मिस्र, इथियोपिया, अर्जेंटीना और यूएई का नाम शामिल है. इस फैसले पर प्रधानमंत्री ने अपनी सहमति जताई है. उन्होंने इस फैसले पर टिप्पणी करते हुए कहा इससे विश्व को बल मिलेगा.
शामिल होंगे 6 नए देश
आपको बता दें कि ब्रिक्स में 6 नए देशों को शामिल करने की कवायद है. सऊदी अरब, ईरान, मिस्र, इथियोपिया, अर्जेंटीना और यूएई को शामिल करने का ऐलान दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति ने किया. ऐसे में उन्होंने कहा कि ब्रिक्स के विस्तार की प्रक्रिया के लिए तमाम मापदंडो के साथ अन्य प्रक्रियाओं का ध्यान रखते हुए हम इस समझौते पर पहुंचे हैं. इसके पहले चरण के लिए हमारी पहली सहमति बनी है. नए सदस्य एक जनवरी से ब्रिक्स का हिस्सा बन जाएंगे. पीएम मोदी ने ब्रिक्स सम्मेलन में लिए गए इस फैसले का समर्थन किया.
क्या बोले पीएम मोदी?
इस निर्णय पर पीएम मोदी ने अपना मत साफ रखा है. उन्होंने नए शामिल हो रहे देशों का स्वागत किया. उन्होंने कहा, “भारत ने हमेशा ब्रिक्स के विस्तार का समर्थन किया है. भारत का मानना रहा है कि नए सदस्यों को जोड़ने से ब्रिक्स एक संगठन के रूप में मजबूत होगा. मेरा मानना है कि यहां मौजूद ब्रिक्स देश और मित्र राष्ट्र बहुध्रुवीय दुनिया को मजबूत करने में योगदान दे सकते हैं. लगभग 4,400 भारतीय शांतिरक्षक जिनमें महिलाएं भी शामिल हैं, शांति बहाल करने के लिए अफ्रीका में तैनात हैं. हम आतंकवाद और समुद्री डकैती के खिलाफ लड़ाई में अफ्रीका के साथ काम कर रहे हैं.”
पीएम मोदी ने आगे कहा, “भारत ने अफ़्रीका के साथ संबंधों को अत्यधिक महत्व दिया है. हमने अफ्रीका में 16 नए दूतावास खोले हैं. आज भारत अफ्रीका का चौथा सबसे बड़ा व्यापार भागीदार और पांचवां सबसे बड़ा निवेशक है.”
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार दक्षिण अफ़्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने नए देशों के शामिल करने के प्रस्ताव को लेकर कहा, “इस शिखर सम्मेलन ने ब्रिक्स, लोगों के बीच आदान-प्रदान और मित्रता एवं सहयोग बढ़ाने के महत्व की पुष्टि की. हमने जोहान्सबर्ग की दो घोषणाओं को अपनाया, जो वैश्विक आर्थिक, वित्तीय और राजनीतिक महत्व के मामलों पर प्रमुख ब्रिक्स संदेशों को प्रतिबिंबित करती हैं. यह उन साझा मूल्यों और सामान्य हितों को प्रदर्शित करता है जो पांच ब्रिक्स देशों के रूप में हमारे पारस्परिक रूप से लाभप्रद सहयोग का आधार हैं.”
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