Ganga Expressway: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार प्रदेश के हर कोने को एक्सप्रेसवे से जोड़ने का काम कर रही है. हाल ही में प्रदेश में कई एक्सप्रेस वे सड़कों का निर्माण कराया गया है. इस कड़ी में एक और एक्सप्रेसवे की सौगात प्रदेश को 2025 के महाकुंभ से पहले मिल जाएगी. गंगा एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है. इसकी कुल लंबाई 594 किलोमीटर है. वहीं, ये प्रदेश के 12 जिलों से होकर गुजरेगा. प्राप्त जानकारी के अनुसार मेरठ से हापुड़ के बीच गंगा एक्सप्रेस-वे का लगभग 40 फीसदी काम पूरा हो गया है. इस एक्सप्रेसवे को कुंभ के पहले बना कर तैयार करने की कोशिश है.
जानिए एक्सप्रेसवे की खासियत
इस एक्सप्रेस वे पर भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों की लैंडिंग-टेक ऑफ के लिए शाहजहांपुर में लगभग साढ़े तीन किलोमीटर पट्टी का निर्माण कराया जाना है. इस एक्सप्रेसवे पर कुल 18 फ्लाईओवर और 8 रोड ओवर ब्रिज बनेंगे. गंगा एक्सप्रेसवे सूबे के मुख्यमंत्री की महत्वकांक्षी योजना है, इसका निर्माण का काम तीव्र गति से चल रहा है.
इन जिलों से होकर गुजरेगा एक्सप्रेसवे
गंगा एक्सप्रेसवे की कुल दूरी 594 किलोमीटर है. मेरठ से प्रयागराज के बीच कुल 12 जिलों से गुजरते हुए इस एक्सप्रेसव का निर्माण कराया जा रहा है. आपको बता दें कि मेरठ से शुरू होकर हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज पर खत्म होगा. एक्सप्रेस वे पर दो प्रमुख नदियां गंगा एवं रामगंगा हैं जिनपर पुल का निर्माण कराया जाना है. साथ ही शाहजहांपुर में भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों की लैंडिंग-टेक ऑफ के लिए 3.5 किलोमीटर की पट्टी का निर्माण कार्य कराया जा रहा है.
कुंभ से पहले पूरा होगा निर्माण
गंगा एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य तीव्र गति से चल रहा है. माना जा रहा है कि इसको 2025 में होने वाले कुंभ से पहले जनता को समर्पित कर दिया जाएगा. इसके लिए लक्ष्य भी रखा गया है. 12 जिलों से होकर गुजरने वाले इस एक्सप्रेसवे से प्रयागज और मेरठ के बीच की दूरी मात्र 8 घंटे की रह जाएगी. इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से यूपी में गंगा किनारे बसे शहरों और ग्रामीण इलाकों को बेहतर कनेक्टिविटी मिल सकेगी. आपको बता दें कि गंगा एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास और राज्य के नागरिकों की आर्थिक विकास के लिए काफी मददगार साबित होगा. इस एक्सप्रेस वे पर मेरठ और प्रयागराज में मुख्य टोल प्लाजा होंगे. वहीं, इसमे 12 अतिरिक्त रैम्प प्लाजा होंगे. एक्सप्रेस वे के निर्माण के बाद यात्रा का समय बचेगा. दोनों शहरों के बीच की दूरी11 घंटे की बजाय 8 घंटे ही रह जाएगी.
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