Causes of Cholera: बारिश के मौसम में शरीर को कई प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. वहीं बारिश के कारण आस पास के इलाकों में गंदगी फैल जाती है. ऐसे में लोग बैक्टीरियल और फंगल इंफेक्शन का शिकार बन जाते हैं. दरअसल, बारिश के दौरान हमारे आस पास के वातावरण में ह्यूमिडिटी बढ़ जाती है जिस वजह से बैक्टीरिया एक्टिव हो जाते हैं.
वहीं इनमे एक कॉमन बैक्टेरिया है वी कॉलरी जो कि बरसात के समय में एक्टिव हो जाती है. वहीं इस बैक्टीरिया की चपेट में आने से कई लोग हैजा के शिकार हो जाते हैं. यदि कोई व्यक्ति हैजा का शिकार होता है तो उसके शरीर में पानी की कमी होने लगती है. अगर सही समय पर उचित इलाज न कराया जाए तो उसकी मौत होने की भी संभावना होती है.
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चिकित्सकों की माने तो यदि कोई संक्रमित भोजन या पानी का सेवन करता है तो वी कॉलरी बैक्टीरिया शरीर में जाता है. इसके शरीर में दाखिल होने के 5 से 6 घंटे के भीतर हैजा के लक्षण दिखने शुरू हो जाते हैं. जानकारी दें कि हैजा फैलाने वाला बैक्टीरिया हमेशा गंदे पानी और खाना में पनपता है. शरीर में जाने के बाद इसका सबसे ज्यादा प्रभाव आंतों में होता है जिससे पेट में कई प्रकार की समस्या होने लगती है. इस बीमारी से ग्रसित इंसान अगर इलाज न कराए तो उसकी तबियत ज्यादा बिगड़ जाती है जिस वजह से उसकी मौत होने की संभावना बढ़ जाती है. आपको बताते हैं कि हैजा से ग्रसित लोगों में सबसे सामान्य लक्षण क्या दिखते हैं.
प्यास लगनी और उल्टी आना
यदि किसी को लगातार उल्टी हो रही है या फिर लगातार प्यास लग रही है तो संभव है कि हैजा बैक्टीरिया से ग्रस्त हो. खासतौर पर अगर व्यक्ति किसी गंदे स्थान पर रहता है या फिर गंदा पानी पीता है तो उसको हैजा होने की संभावना ज्यादा है. यदि इस प्रकार की समस्या लगातार बनी रहती है तो उसे डॉक्टर से तत्काल मिलना चाहिए. हैजा से ग्रसित मरीज के शरीर के अंदर पानी सुखने लगता है जिस वजह प्यास लगने लगती है.
कैसे कर सकते हैं बचाव
हैजा से बचाव के लिए केवल कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए. ऐसे में अपने आस पास सफाई का ध्यान रखें. खाना खाने से पहले और शौच के बाद हाथ हमेशा साबुन से धुले. गंदे पानी के संपर्क में आने से बचें. इस बात का ध्यान रखें कि अगर पानी ज्यादा देर तक रखा हो तो उसे ना पीएं.