इस अनोखे मंदिर में बाबा को चढ़ाई जाती है शराब, जानें रहस्य

Kaal Bhairav Mandir: भारत एक मात्र ऐसा देश है जहां लाखों मंदिर स्थित हैं. ये अपने आप में कई रहस्य समेटे हुए हैं. कई ऐसे मंदिर हैं जो सनातन धर्म के देवी देवताओं से भी जुड़ाव रखते हैं. हम आपके लिए एक ऐसे ही मंदिरों की सीरीज लेकर आए हैं. इसमें हम आपको प्रतिदिन अनोखे मंदिर, पर्वत समेत दूसरी रहस्यमयी चीजों से रुबरु कराते हैं. आज हम आपको काल भैरव के अनोखे मंदिर के बारे में बताएंगे.

बाबा को शराब चढ़ाई जाती है
काल भैरव का यह अनोखा मंदिर उज्जैन में शिप्रा नदी के किनारे स्थित है. इस मंदिर को भैरवगढ़ के नाम से जाना जाता है. यहां कालभैरव को वैष्णव रूप में पूजा जाता है. इस मंदिर में बाबा को प्रसाद के तौर पर शराब चढ़ाई जाती है. कहते हैं, जब पात्र में शराब लेकर मूर्ति से स्पर्श किया जाता है. इसके बाद कुछ ही देर में पूरा पात्र खाली हो जाता है. हैरान कर देने वाली बात ये है कि ये शराब कहां जाता है, यह आज भी रहस्य बना हुआ है.

ग्वालियर राजघराने की तरफ से पहनाई जाती है पगड़ी
मान्यता है कि भगवान कालभैरव की प्रतिमा पर सिंधिया घराने की पगड़ी सुशोभित है. यह भी मान्यता है कि राजा माधवजी सिंधिया दुश्मनों से लगातार हार रहे थे. इससे दुखी होकर वो बाद कालभैरव की शरण में पहुंचे. उन्होंने अपनी पगड़ी बाबा के चरणों में रख दी. उसके बाद महादजी सिंधिया कभी नहीं हारे थे. तबसे लेकर आज तक ग्वालियर राजघराने की तरफ से बाबा को पगड़ी पहनाई जाती है.

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और मंदिर के बारे में प्रचलित किवदंतियों पर आधारित है. The Printlines इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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