Maharashtra Politics: रविवार का दिन महाराष्ट्र की राजनीति मे एक नया मोड़ दे गया. एनसीपी के नेता अजित पवार शिंदे गुट के साथ मिलकल प्रदेश के डिप्टी सीएम बन गए. वहीं उनके साथ 19 विधायक भी उनके साथ चले गए. इस फैसले से शरद पवार को बड़ा झटका लगा है. महाराष्ट्र की राजनीति में उस दौरान ऐसा हुआ जब आगामी कुछ महीने बाद ही देश में लोक सभा चुनाव होने को हैं. इस बीच महाराष्ट्र की राजनीति पर पश्चिम बंगाल के भाजपा अध्यक्ष सुकांता मजूमदार का बड़ा बयान सामने आया है.
बंगाल में पंचायत चुनाव हारेगी टीएमसी: बीजेपी
पश्चिम बंगाल के भाजपा अध्यक्ष सुकांता मजूमदार ने एएनआई को बयान देते हुए कहा, “शरद पवार अपनी बेटी को राजनीति में लाना चाहते थे। इस कारण पार्टी के पुराने दिग्गज नेता और अजीत पवार नाराज थे और वो NDA में शामिल हो गए. इसी तरह पश्चिम बंगाल में भी ममता बनर्जी अपने भतीजे को राजनीति में लाना चाहती हैं. TMC के सभी दिग्गज नेता जिन्होंने अपने हाथों से पार्टी को खड़ा किया वो नाराज हैं. इस पंचायत चुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी हारेगी और ठीक उसी प्रकार की(महाराष्ट्र की राजनीति) चीजें पश्चिम बंगाल में होंगी.
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कल डिप्टी सीएम बने थे अजित पवार
कल माराष्ट्र की राजनीति का सुपरसंडे था. दरअसल, अजित पवार कल शिंदे गुट में शामिल हो गए. उनके साथ एनसीपी के कई विधायक भी शामिल हो गए.वहीं कई विधायकों ने मंत्री पद की शपथ भी ली. महाराष्ट्र में इस फैसले के बाद से सियासत तेज है. एनसीपी ने दावा किया कि शिंदे काफी दिनों तक सीएम नहीं रह पाएंगे. वहीं ये सरकार भी अब कुछ दिनों की ही मेहमान है.