Malmas 2023 Start: हिंदू धर्म में अधिकमास का विशेष महत्व है. इस बार मलमास सावन महीने में पड़ रहा है. बता दें कि मलमास की शुरुआत 18 जुलाई दिन मंगलवार से हो गई है. धार्मिक मान्यतानुसार कुछ काम ऐसे होते हैं, जिसे मलमास में करने की मनाही होती है. इसके अलावा कुछ जरुरी नियम हैं, जिसे यदि आप अधिकमास में पालन नहीं करते हैं, तो आपको परेशान होना पड़ सकता है. आइए जानते हैं मलमास के महीने में क्या करें और क्या ना करें? जानिए मलमास के नियम…
मलमास में ये कार्य होते हैं वर्जित
- मलमास के दौरान किसी प्रकार के मांगलिक व शुभ कार्य जैसे- शादी-विवाह, मुंडन, अन्नप्राशन संस्कार, गृह प्रवेश, भूमि पूजन आदि नहीं करना चाहिए.
- मलमास के दौरान कोई भी नया कार्य जैसे घर का निर्माण शुरू करना, नया काम या व्यापार शुरू करना वधू प्रवेश, भूमि की खरीदारी, किसी व्रत की शुरुआत नहीं करना चाहिए.
- मलमास के दौरान लहसुन-प्याज, मांस मदिरा, अंडे, बासी भोजन, शहद, मूंग दाल, मसूर दाल, उड़द दाल, साग-सब्जी, तिल का तेल, राई, गोभी आदि के सेवन से परहेज करना चाहिए.
- मलमास के दौरान किसी भी गरीब को ना तड़पाएं, यदि आपके दरवाजे पर कोई कुछ मांगने आए तो उसे खाली हाथ नहीं लौटाएं.
- मलमास में क्या करना चाहिए?
मलमास के दौरान ज्यादा से ज्यादा दान-पुण्य करना चाहिए.
मलमास के दौरान शुद्ध और सात्विक भोजन करना चाहिए.
मलमास के दौरान गरीब-जरूरतमंदों की यथा संभव मदद करना चाहिए.
मलमास के दौरान श्रीहरि विष्णु की पूजा करना सर्वश्रेष्ठ माना जाता है.
मलमास के दौरान सत्यनारायण की पूजा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है. - मलमास में तिल, चना, मूंगफली, चावल, मटर, ककड़ी, आम, पीपल, जीरा, सुपारी, सेंधा नमक, कटहल, गेहूं, सफेद धान, मूंग, घी, धनिया, मिर्च आदि का सेवन करना चाहिए.
ये भी पढ़ेंः HARIYALI TEEJ 2023 DATE: इस दिन है हरियाली तीज, फटाफट नोट कर लें शुभ मुहूर्त व पूजा विधि
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और विभिन्न जानकारियों पर आधारित है. The Printlines इसकी पुष्टि नहीं करता है.)