पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की पहल पर आज पटना में विपक्षी दलों की बैठक खत्म हो गई. इस महाबैठक में राहुल गांधी (Rahul Gandhi), ममता बनर्जी (Mamata Banerjee), अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) सहित 15 दलों के नेता शामिल हुए. इस बैठक में क्या तय हुआ आपको खबर में आगे बताते हैं. वहीं, इस बैठक को लेकर पक्ष और विपक्ष को लेकर बयानबाजी का दौर जारी है.
पटना में विपक्षी एकता की बैठक को लेकर मंत्री अश्वनी चौबे ने कटाक्ष करते हुए कहा, ‘बिहार में ठगों की बड़ी बरात आई है, जिसका सहबाला युवराज बने हुए हैं. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचारियों, वंशवादियों और आतंकवादियों की बरात है. ठगों की बरात का दूल्हा कौन होगा, यह किसी को पता नहीं है. बारात सज गई मंडप सज गया, लेकिन दूल्हा का पता नहीं है.
उन्होंने कहा कि जब जेपी आंदोलन की शुरुआत किया था, तब 25 जून को कांग्रेस ने लोकतंत्र की हत्या की थी. कांग्रेस की गोद में बैठकर देश के लुटेरे देश को लूटने चला हैं.
जानिए असदुद्दीन ओवैसी क्या कहा
विपक्षी दलों की बैठक को लेकर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने हैदराबाद में कहा कि उस बैठक में शिवसेना है। क्या वे सेक्युलर हो गए हैं? उस बैठक में दिल्ली के CM हैं। उन्होंने अनुच्छेद 370 को हटाए जाने का भाजपा का समर्थन किया था। उस बैठक में नीतीश कुमार हैं, जो NDA के तरफ से मुख्यमंत्री रहे हैं… हम भी नहीं चाहते के 2024 में देश के प्रधानमंत्री मोदी बने लेकिन इन पार्टियों का ट्रैक रिकॉर्ड क्या है? कांग्रेस आगे रहना चाहती है, नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बनने का ख्वाब देख रहे हैं.
जानिए महाबैठक में किस बात पर हुई चर्चा
आज विपक्षी दलों की बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को विपक्षी एकजुटता का संयोजक बनाए जाने की घोषणा कुछ देर में संभव है. विपक्षी दलों की बैठक में न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर चर्चा हुई.
नीतीश और राहुल ने की ये अपील
आपको बता दें कि महाबैठक में नीतीश कुमार ने विपक्षी दलों से कहा कि लोकतंत्र बचाना है, तो साथ आना जरूरी है. वहीं, राहुल गांधी ने भी विपक्ष से अपील की. उन्होंने कहा कि साफ दिल से विपक्ष एकजुट हो. ये न हो कि अंदर कुछ, बाहर कुछ कहा जाए.
महाबैठक को लेकर बोलीं स्मृति ईरानी
महाबैठक को लेकर स्मृति ईरानी ने जमकर निशाना साधा. स्मृति ईरानी ने कांग्रेस को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि मैं विशेषतौर पर कांग्रेस पार्टी का आभार व्यक्त करती हूं. उन्होंने सार्वजनिक तौर पर यह घोषित कर दिया कि कांग्रेस पीएम मोदी को अकेले हराने में नाकाम है. उन्हें सहारे की जरूरत है.