Parenting Tips: हर माता-पिता की ख्वाहिश होती है कि वह अपने बच्चों को अच्छी परवरिश दें. हालांकि, कई बार कुछ गलतियों के चलते बच्चे गलत दिशा में चले जाते हैं. जिसमें एक गलती है उन्हें छोटी-छोटी बातों पर डांटना. बच्चे तो शैतान होते ही हैं और पैरेंट्स को लगता है कि वे उनके साथ स्ट्रिक्ट रहेंगे तो बच्चा सही राह पर चलेगा. जिसके कारण वे बात-बात पर उसे डांटने और मारने लगते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये गलती बच्चे के स्वभाव पर नकारात्मक असर डालती है. ल्यूवेन यूनिवर्सिटी की एक स्टडी में बताया गया है कि बच्चों को डांटने से बड़े होने पर उनमें कई तरह की मानसिक समस्याएं और डिप्रेशन बढ़ सकता है. आइए जानते हैं इस गलती का खतरनाक परिणाम.
कॉन्फिडेंस में कमी
अगर पेरेंट्स बार-बार अपने बच्चों को डांट लगाते हैं या मारते हैं तो इससे बच्चों के आत्म सम्मान में कमी आने लगती है. जिससे उनका कांफिडेंस कम होने लगता है. ऐसे में माता-पिता बच्चों को डांटने के बजाए उनको समझाने की कोशिश करें.
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सामजिक क्षमताओं का कम होना
अगर माता-पिता बच्चों के साथ कड़ाई से पेश आते हैं तो ये उनके सामाजिक क्षमता पर निगेटिव असर डालता है. उनकी सामाजिकता कम होने लगती है. जिसके कारण बच्चे समाज में घबराने लगते हैं और वह किसी से बात करने में काफी कठिनाई महसूस करते हैं.
गुस्सैल स्वभाव
पेरेंट्स की ज्यादा डांट का असर बच्चों के स्वभाव पर पड़ता है. अगर उन्हें छोटी-छोटी बातों के लिए डांटा जाता है तो बच्चे कुछ बोलते नहीं हैं, बल्कि वे अपने गुस्से को अंदर ही अंदर दबाने लगते हैं. कई बार उनका ये गुस्सा बाहर आ जाता है और वे काफी आक्रामक तक हो जाते हैं.
असफलता स्वीकार नहीं कर पाते
जो बच्चे ज्यादा डांट खाते हैं, वो असफलता स्वीकार नहीं कर पाते हैं. उनके अंदर डर बैठ जाता है. कई बार वे असफल होने पर गलत कदम तक उठा लेते हैं. ऐसे में हर माता-पिता को अपने बच्चों के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए और उन्हें मजबूत बनाना चाहिए. हर बात पर डांटने से अच्छा उन्हें प्यार से समझाएं और उनकी भावनाओं को फ्रीडम दें.