Surya Grahan 2023: वैसे तो सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2023) एक खगोलीय घटना है, लेकिन धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, ये लोगों के सामान्य जीवन पर बेहद अशुभ प्रभाव डालता है. ज्योतिष शास्त्र में कुछ नियम भी बताए गए हैं, जिसका पालन सूर्य ग्रहण के दौरान करना चाहिए. जिसमें गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं. आइए जानते हैं कि, गर्भवती महिलाओं को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
कब है सूर्य ग्रहण
साल 2023 का दूसरा और अंतिम सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2023) 14 अक्टूबर को लगेगा. ग्रहण की शुरुआत 14 अक्टूबर को रात्रि 08 बजकर 34 मिनट पर होगा, जिसका समापन रात्रि 02 बजकर 25 मिनट पर होगा. सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, ऐसे में इसका सूतक काल भारत में मान्य नहीं होगा. हालांकि सनातन मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण पर बरती जाने वाली सावधानियों का ध्यान जरुर रखें. खासकर गर्भवती महिलाएं.
घर से बाहर नहीं जाना चाहिए
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गर्भवती महिलाओं को सूर्य ग्रहण के सूतक काल में कभी भी घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए. कहा जाता है कि, ग्रहण का असर गर्भ में पल रहे बच्चे पर पड़ सकता है. अगर आपको किसी जरूरी काम से बाहर जाना पड़ता है तो, आप अपने पेट पर गेरू लगा लें. ऐसा करने से बच्चे को सूर्य की किरणों से कोई नुकसान नहीं होता है.
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नुकीली चीज का इस्तेमाल ना करें
सूर्य ग्रहण के सूतक काल में कभी भी गर्भवती महिलाओं को नुकीली चीजें जैसे-कैंची, ब्लेड और चाकू का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. कुछ महिलाएं भूलकर सूतक काल के दौरान सब्जी काट देती हैं, जिससे बच्चे के शरीर में विकृति आ जाती है.
खाना-पीना नहीं चाहिए
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गर्भवती महिलाओं को सूतक काल के दौरान, खाना-पीना नहीं चाहिए. अगर कोई महिला ग्रहण के समय भोजन करती है तो, उससे बच्चे के सेहत पर बूरा असर पड़ता है.
सोना नहीं चाहिए
सूर्य ग्रहण के सूतक काल में गर्भवती महिलाओं को सोना नहीं चाहिए. ज्योतिष शास्त्र में ग्रहण के समय सोना वर्जित होता है. ऐसे में प्रग्नेंट महिलाएं इस बात का विशेष ध्यान रखें कि सूतक काल के दौरान सीधे बैठें.
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(Disclaimer: लेख में दी गई जानकारी समान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है, इसकी पुष्टी The Printlines नहीं करता है.)