जम्मूः बारिश की वजह से रामबन में जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त गया. इसके कारण सोमवार को लगातार तीसरे दिन भी जम्मू से आगे की अमरनाथ यात्रा स्थगित रही. यह जानकारी अधिकारियों ने दी. जम्मू में, खासकर भगवती नगर आधार शिविर में 6,000 से अधिक तीर्थयात्री फंसे हुए हैं, जबकि रामबन जिले में चंद्रकोट आधार शिविर पर 5,000 से अधिक यात्री फंसे हुए हैं.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई को बताया, ‘राजमार्ग पर खराब स्थिति के कारण जम्मू से आगे की यात्रा स्थगित है. किसी नए जत्थे को आज जम्मू आधार शिविर से कश्मीर जाने की अनुमति नहीं दी गई है.’ उन्होंने कहा, ‘अमरनाथ जाने के लिए और तीर्थयात्री जम्मू पहुंच रहे हैं, लेकिन उनमें से अधिकतर को ठहरने के विभिन्न केंद्रों में रखा गया है.’
अधिकारी ने बताया कि कुछ तीर्थयात्रियों को सांबा और कठुआ जिलों के लखनपुर और चीची माता में शिविरों में ठहराया गया है. अमरनाथ गुफा मंदिर में 90,000 से अधिक तीर्थयात्रियों ने दर्शन किए हैं, जबकि शनिवार को यात्रा स्थगित होने से पहले 40,000 से अधिक श्रद्धालु सात जत्थों में जम्मू से कश्मीर के लिए रवाना हुए.
बताया कि शनिवार और रविवार को लगातार बारिश के कारण खासकर रामबन जिले में राजमार्ग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है. यातायात पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि विशेष रूप से पंथयाल और सेरी में जारी मरम्मत कार्यों के मद्देनजर राजमार्ग पर सोमवार को वाहनों की आवाजाही की अनुमति नहीं दी जाएगी. उन्होंने बताया कि यातायात को जल्द से जल्द बहाल करने के प्रयास किए जा रहे है. इस संबंध में अद्यतन जानकारी शाम को साझा की जाएगी.
उन्होंने कहा कि जम्मू और कश्मीर प्रभागों के बीच वाहनों का आवागमन बहाल हो जाने के बाद ही श्रद्धालुओं को यात्रा की इजाजत दी जाएगी. एक यातायात अधिकारी ने कहा, ‘यातायात सोमवार को बाधित रहेगा. लोगों को सलाह दी जाती है कि वे तब तक राजमार्ग से यात्रा न करें, जब तक प्रशासन कोई पुष्टि नहीं करता.’ उन्होंने कहा कि भारी मोटर वाहनों को जम्मू से श्रीनगर की यात्रा के लिए मुगल रोड से जाने की सलाह दी जाती है. संभागीय आयुक्त रमेश कुमार, उपायुक्तों के साथ मिलकर स्थिति की निगरानी कर रहे हैं.